बीडीए कार्यालय में आयोजित बैठक में किसानों की शंकाओं को दूर करते हुए उपाध्यक्ष डॉ. ए मनिकंडन ने स्पष्ट किया कि भूमि की रजिस्ट्री सर्किल रेट के आधार पर की जाएगी और मुआवजे का भुगतान 24 से 48 घंटे के भीतर सीधे किसानों के बैंक खातों में भेज दिया जाएगा।
नए सर्किल रेट लागू, मुआवजे की गारंटी
डॉ. मनिकंडन ने बताया कि 1 अगस्त से जिले में सर्किल रेट की पुनरीक्षित दरें लागू हो गई हैं, जिनके आधार पर भूमि का मूल्यांकन और रजिस्ट्री की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। किसानों को इस बात का भरोसा दिया गया कि रजिस्ट्री के तुरंत बाद मुआवजे की रकम आरटीजीएस के माध्यम से उनके खातों में ट्रांसफर कर दी जाएगी, जिससे उन्हें तुरंत आर्थिक लाभ मिल सकेगा। यह प्रक्रिया पारदर्शिता और समयबद्धता की मिसाल बनेगी।
किसानों की चिंताओं का समाधान
बैठक में शामिल ग्रामीणों और प्रधानों की विभिन्न शंकाओं को गंभीरता से लिया गया। खासतौर पर उन किसानों की चिंताओं को, जिनकी जमीन लिंक मार्ग या राष्ट्रीय राजमार्ग से जुड़ी है। बीडीए उपाध्यक्ष ने आश्वस्त किया कि ऐसी किसी भी आपत्ति या विवाद की स्थिति में पूरी जांच-पड़ताल की जाएगी और भुगतान वास्तविक स्थिति के अनुसार ही किया जाएगा। यह स्पष्ट करता है कि प्राधिकरण किसानों के हितों का विशेष ध्यान रख रहा है।
शहर विस्तार के साथ-साथ किसानों का विकास
नई टाउनशिप का निर्माण सिर्फ शहरी विस्तार का एक हिस्सा नहीं है, बल्कि यह स्थानीय किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने का भी एक माध्यम है। जब उनकी जमीन का उचित मूल्यांकन और मुआवजा सुनिश्चित होगा, तो इससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। इसके साथ ही, यह टाउनशिप बरेली की आर्थिक और सामाजिक प्रगति में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
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