विकास की नई दिशा
इस योजना के तहत अलग-अलग वित्तीय वर्षों के लिए तीनों पंचायतों को शामिल किया गया है। वित्तीय वर्ष 2025-26 में कुर्थीजाफरपुर और चिरैयाकोट, वित्तीय वर्ष 2026-27 में कोपागंज, अब इन सभी क्षेत्रों में सड़क निर्माण, पेयजल आपूर्ति, सीवरेज व्यवस्था, सार्वजनिक शौचालय, पर्यावरण संरक्षण, ऊर्जा व्यवस्था, और शहरी सुधार जैसे कार्य प्राथमिकता पर किए जाएंगे।
तीनों नगर पंचायतों की विशेषताएं
चिरैयाकोट: 2016 में गठित इस नगर पंचायत में 24 वार्ड हैं और आबादी करीब 38,000 है। पहले यह एक प्रमुख बाजार था, जिसे अब नगर निकाय का दर्जा मिला है। आदर्श योजना से अब इस कस्बे की तस्वीर बदलने की उम्मीद है।
कुर्थीजाफरपुर: 2019 में गठित यह पंचायत पहले कोपागंज ब्लॉक का हिस्सा थी। लगभग 20,500 की आबादी और 15 वार्डों वाली इस पंचायत में पहली बार 2022 में चुनाव हुए। सीमित संसाधनों की वजह से अब तक विकास धीमा था, लेकिन अब उम्मीदें जागी हैं।
कोपागंज: यह सबसे पुरानी नगर पंचायत है, जिसकी स्थापना 1920 में हुई थी। 17 वार्डों और 55,000 से अधिक आबादी वाले इस कस्बे को अब 2026-27 में आदर्श योजना का लाभ मिलेगा।
नागरिकों में उत्साह
जैसे ही यह खबर सामने आई, तीनों नगर पंचायतों के नागरिकों में खुशी की लहर दौड़ गई। स्थानीय लोगों का मानना है कि अब उनकी बुनियादी समस्याएं दूर होंगी और क्षेत्र का कायाकल्प होगा। वर्षों से लंबित विकास कार्यों को गति मिलेगी और बेहतर जीवनशैली की ओर कदम बढ़ाया जा सकेगा।
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