बिहार में युवाओं के लिए बड़ी खुशखबरी, जल्दी पढ़ें!

पटना। बिहार में शिक्षक बनने का सपना देखने वाले हजारों युवाओं के लिए एक महत्वपूर्ण अपडेट आया है। राज्य सरकार और शिक्षा विभाग ने विद्यालय अध्यापक नियुक्ति परीक्षा (टीआरई) के चौथे चरण से पहले राज्य शिक्षक पात्रता परीक्षा (एसटीईटी) कराने की प्रक्रिया को लेकर चर्चा तेज कर दी है। यह परीक्षा शिक्षा विभाग की तैयारी के अनुसार अब बहुत जल्द आयोजित की जा सकती है, जिससे टीआरई-4 में पदों के लिए योग्य उम्मीदवारों का चयन संभव होगा।

टीआरई-4 और एसटीईटी की स्थिति

टीआरई-4, जिसमें लगभग 50 हजार पदों पर नियुक्ति की संभावना है, के पहले एसटीईटी आयोजित करने की मांग अभ्यर्थियों द्वारा काफी समय से की जा रही है। हालांकि, सरकार ने पहले स्पष्ट किया था कि टीआरई-4 से पहले एसटीईटी नहीं होगी और यह परीक्षा टीआरई-5 से पहले कराई जाएगी। लेकिन हाल ही में मुख्य सचिव के निर्देश पर इस विषय पर पुनः विचार किया जा रहा है। राजधानी में अभ्यर्थियों द्वारा भी दो बार मार्च किया जा चुका है, जो इस परीक्षा के महत्व को दर्शाता है।

शिक्षा विभाग ने उच्च स्तर पर इस मामले में विमर्श शुरू कर दिया है और सरकार के उच्च स्तरीय सलाह के आधार पर बीएसईबी को फिर से सलाह भेजी जाएगी कि टीआरई-4 के पहले एसटीईटी कराई जाए या नहीं। इससे यह स्पष्ट होता है कि राज्य सरकार शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया को पारदर्शी और समयानुकूल बनाने के लिए गंभीर प्रयास कर रही है।

एसटीईटी की पात्रता और नियम

बीएसईबी द्वारा आयोजित एसटीईटी परीक्षा में सफल होना उच्च माध्यमिक और माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षक बनने के लिए अनिवार्य है। इस परीक्षा के दो पेपर होते हैं: पेपर 1: कक्षा 9 और 10 के शिक्षक बनने के लिए। पेपर 2: कक्षा 11 और 12 के उच्च माध्यमिक शिक्षक बनने के लिए।

इस परीक्षा में उत्तीर्ण होने के लिए सामान्य वर्ग के अभ्यर्थियों को कम से कम 50 प्रतिशत अंक प्राप्त करना आवश्यक है, जबकि एससी, एसटी, पिछड़ा वर्ग, अत्यंत पिछड़ा वर्ग, दिव्यांग और महिलाओं को न्यूनतम 45 प्रतिशत अंक लाना होता है।  पात्रता के लिए स्नातक में 50 प्रतिशत अंक के साथ बीएड होना जरूरी है। कक्षा 11 और 12 के लिए स्नातकोत्तर में 50 प्रतिशत अंक के साथ एसटीईटी पेपर 2 उत्तीर्ण करना अनिवार्य है।

आगामी प्रक्रिया और युवाओं के लिए संदेश

जैसे-जैसे टीआरई-4 का आयोजन नजदीक आ रहा है, वैसे-वैसे एसटीईटी परीक्षा को लेकर अंतिम फैसला शीघ्र ही लिया जाएगा। यह परीक्षा बिहार के युवाओं के लिए रोजगार का एक बड़ा अवसर लेकर आएगी। इससे न केवल योग्य शिक्षक मिलेंगे बल्कि शिक्षा व्यवस्था भी मजबूत होगी। जो युवा शिक्षक बनने का सपना देख रहे हैं, उन्हें सलाह दी जाती है कि वे अपनी तैयारी को और मजबूत करें और सभी आधिकारिक घोषणाओं पर नजर बनाए रखें।

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