जन शिकायतों का समाधान सर्वोपरि
मुख्यमंत्री ने विशेष रूप से आईजीआरएस (इंटीग्रेटेड ग्रिवांस रिड्रेसल सिस्टम) और सीएम हेल्पलाइन के तहत दर्ज हो रही शिकायतों पर जोर देते हुए कहा कि प्रत्येक शिकायत का निस्तारण शिकायतकर्ता की दृष्टि से संतोषजनक और समयबद्ध होना चाहिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि सरकारी तंत्र की जनता के प्रति जवाबदेही सर्वोपरि है और इस जिम्मेदारी में कोई ढील नहीं दी जाएगी।
महिला सुरक्षा और ‘मिशन शक्ति’ की तैयारी
महिलाओं और बेटियों की सुरक्षा को शीर्ष प्राथमिकता बताते हुए मुख्यमंत्री ने एंटी रोमियो स्क्वॉड की गतिविधियों को और अधिक सक्रिय और सघन करने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी बताया कि आगामी नवरात्रि में ‘मिशन शक्ति’ अभियान का नया चरण शुरू किया जाएगा, जिसके लिए अभी से व्यापक रणनीति बनाकर अमल शुरू कर देना चाहिए।
पीईटी परीक्षा: पारदर्शिता और सुरक्षा प्राथमिकता
छह और सात सितंबर को प्रस्तावित प्रारंभिक अर्हता परीक्षा (PET) को लेकर मुख्यमंत्री ने परीक्षा की शुचिता, पारदर्शिता और सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता बताया। उन्होंने परीक्षा केंद्रों की निगरानी के लिए लाइव सीसीटीवी, सेक्टर मजिस्ट्रेट की तैनाती और यातायात प्रबंधन सहित मौसम की स्थिति को ध्यान में रखते हुए विशेष इंतजाम करने के निर्देश दिए। साथ ही यह भी चेतावनी दी कि अफवाह फैलाने या परीक्षा में गड़बड़ी की कोशिश करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
त्योहारों को लेकर सतर्कता और साफ-सफाई पर जोर
मुख्यमंत्री ने हालिया पर्व-त्योहारों के शांतिपूर्ण आयोजन पर संतोष व्यक्त करते हुए आगामी बरावफात, अनंत चतुर्दशी और विश्वकर्मा पूजा जैसे अवसरों को लेकर पुलिस और प्रशासन को अलर्ट मोड में रहने के निर्देश दिए। इसके साथ ही, उन्होंने सफाई व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त करने, जलभराव से निपटने और सार्वजनिक स्वास्थ्य को सुरक्षित रखने के लिए नगर निकायों को मुस्तैदी से कार्य करने का निर्देश दिया।
स्वास्थ्य सेवाएं और नकली दवाओं पर तुरंत कार्रवाई
बरसात के मौसम में बीमारी की आशंका को देखते हुए मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य केंद्रों पर आवश्यक दवाओं की उपलब्धता, मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेले के आयोजन और सर्पदंश जैसी आपात स्थितियों में त्वरित इलाज सुनिश्चित करने को कहा। साथ ही, नकली दवाओं की बिक्री पर गहरी चिंता जताते हुए स्पष्ट किया कि ऐसी गतिविधियों को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। संबंधित विभागों को सघन निगरानी और तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए गए।
सभी जिलों में किसानों के लिए खाद की सुचारु आपूर्ति
खरीफ सीजन को देखते हुए मुख्यमंत्री ने यह सुनिश्चित करने को कहा कि राज्य के किसी भी किसान को खाद की कमी न झेलनी पड़े। उन्होंने खाद की आपूर्ति की सघन निगरानी करने और कालाबाजारी या जमाखोरी पर कठोरतम कार्रवाई के आदेश भी जारी किए।
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