Rudram-4 क्या है?
Rudram-4 एक हाइपरसोनिक लॉन्ग-रेंज स्टैंड-ऑफ मिसाइल (LRSOW) है, जो हवा से जमीन पर सटीक और तेज हमले करने में सक्षम है। इसका डिजाइन खासतौर पर उन दुश्मन ठिकानों को निशाना बनाने के लिए किया गया है, जो हवाई हमलों से बचने के लिए सुरक्षित जगहों पर बने होते हैं। यह मिसाइल लगभग साउंड की स्पीड से 5 गुना तेज़ है, यानी इसकी रफ्तार करीब 6,790 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंचती है।
Rudram-4 की खासियतें
Rudram-4 की रफ्तार इतनी ज्यादा है कि रडार इसे पकड़ना लगभग असंभव है। इसका वजन कम होने की वजह से इसे आसानी से लड़ाकू विमानों जैसे Su-30 MKI, मिराज-2000 और राफेल में फिट किया जा सकता है। हाई टेक्नोलॉजी से लैस Rudram-4 दुश्मनों के महत्वपूर्ण ठिकानों को बड़ी सटीकता से नष्ट कर सकती है। यह एक एंटी रेडिएशन मिसाइल है और इसका मुख्य काम दुश्मन के रडार और संचार उपकरणों को ढूंढकर नष्ट करना है।
Rudram मिसाइल प्रोग्राम का सफर
Rudram-4 के विकास से पहले, भारत ने Rudram मिसाइलों की एक पूरी श्रृंखला तैयार की है, जो लगातार अपनी गति और मारक क्षमता में सुधार करती गई है। Rudram-1 भारत की पहली एंटी-रेडिएशन मिसाइल, जो साउंड की स्पीड से दोगुनी तेजी से उड़ती है और 200 किलोमीटर तक की दूरी पर हमला कर सकती है। वहीं, Rudram-2 इसकी रफ्तार साउंड की स्पीड से 5.5 गुना है और यह 300 किलोमीटर तक मारक क्षमता रखती है। जबकि Rudram-3 यह मिसाइल 550 किलोमीटर तक गहरे हमला कर सकती है और साउंड की स्पीड से 3 गुना तेज है। अब Rudram-4 इन सभी मिसाइलों से कहीं ज्यादा एडवांस और खतरनाक साबित हो रही है।
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