राहु-केतु दोष का इलाज: नवरात्रि में लौंग के उपाय

धर्म डेस्क। राहु और केतु ग्रहों के दोष को ज्योतिष शास्त्र में बहुत गंभीर माना जाता है। ये दोष व्यक्ति के जीवन में अनचाहे संकट, आर्थिक तंगी, मानसिक तनाव और स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां लेकर आते हैं। हालांकि नवरात्रि के दौरान लौंग के उपाय राहु-केतु दोष को कम करने में बेहद प्रभावी माने जाते हैं।

राहु-केतु दोष क्या है?

राहु और केतु छाया ग्रह हैं, जो हमारे कर्म और पूर्वजों के प्रभाव को दर्शाते हैं। इनके दोष से जीवन में बाधाएं, आर्थिक नुकसान, परिवारिक कलह और मानसिक अशांति होती है। इन्हें शांत करने के लिए समय-समय पर ज्योतिषीय उपाय करने जरूरी होते हैं।

नवरात्रि में लौंग का महत्व

लौंग एक शक्तिशाली आयुर्वेदिक और ज्योतिषीय औषधि है। नवरात्रि के पवित्र माहौल में लौंग का प्रयोग राहु-केतु दोष से जुड़ी नकारात्मकता को दूर करता है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है। लौंग में तेजस्वी और शुद्ध ऊर्जा होती है, जो नकारात्मक ग्रह प्रभावों को कम करती है।

लौंग के उपाय

लौंग से पूजा: देवी-देवताओं की पूजा में लौंग का इस्तेमाल विशेष फलदायी होता है।

लौंग की माला: नवरात्रि में लौंग की माला बनाकर पहनना भी राहु-केतु दोष से बचाव करता है।

लौंग का दान: नवरात्रि के किसी भी शुभ दिन लौंग का दान गरीबों या मंदिर में करना शुभ फल देता है।

लौंग की पूजन सामग्री: नवरात्रि के दौरान लौंग को पूजा सामग्री में शामिल करने से ग्रह दोष कम होते हैं।

लौंग जल का उपाय: नवरात्रि के दौरान हर सुबह एक गिलास गर्म पानी में 2-3 लौंग डालकर पीने से राहु-केतु दोष का असर कम होता है।

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