यूपी के लखनऊ में घर खरीदने का सुनहरा मौका

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में रहने या निवेश करने की योजना बना रहे लोगों के लिए खुशखबरी है। लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) शहर की दो सबसे प्राइम लोकेशन पर 3300 करोड़ रुपये की लागत से दो बड़ी परियोजनाएं शुरू करने जा रहा है। ये परियोजनाएं न सिर्फ शहर की सूरत बदलेंगी, बल्कि हजारों परिवारों के लिए बेहतर आवास और व्यवसायिक अवसर भी लेकर आएंगी।

1090 चौराहे पर कमर्शियल हब बनने की तैयारी

एलडीए की पहली परियोजना 1090 चौराहे पर स्थित है, जहां 5.5 एकड़ भूमि पर होटल, ऑफिस स्पेस और कॉमर्शियल कॉम्पलेक्स विकसित किए जाएंगे। इस प्रोजेक्ट पर 800 करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान है। एलडीए उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार ने बताया कि इस स्थान को आइकॉनिक भवन के रूप में विकसित किया जाएगा, जिसकी डिज़ाइन और फसाड को खास महत्व दिया जाएगा।

यह प्रोजेक्ट पीपीपी (पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप) मोड पर बनेगा, जिसमें एलडीए को-डेवलपर की भूमिका निभाएगा। निर्माण कार्य पूरा होने के बाद सभी ऑफिस और व्यावसायिक स्पेस को 90 साल की लीज पर दिया जाएगा, जिसे आगे भी बढ़ाया जा सकेगा।

शहीद पथ पर 4,000 परिवारों के लिए बनेंगे रिवर व्यू अपार्टमेंट्स

दूसरी परियोजना शहीद पथ पर पुलिस मुख्यालय के पीछे ग्राम मलेशेमऊ में प्रस्तावित है। यहां 51 एकड़ भूमि पर 2500 करोड़ रुपये की लागत से ग्रुप हाउसिंग प्रोजेक्ट तैयार किया जाएगा। इस हाउसिंग प्रोजेक्ट में 1 बीएचके से लेकर 4 बीएचके तक के फ्लैट्स, पेंटहाउस, और ईडब्ल्यूएस व एलआईजी श्रेणी के आवास उपलब्ध कराए जाएंगे।

एलडीए उपाध्यक्ष के अनुसार, इस परियोजना में लगभग 4000 परिवारों को आवास मिल सकेगा। सभी अपार्टमेंट गोमती नदी के किनारे होंगे, जिससे निवासी रिवर व्यू का आनंद ले सकेंगे। इसके अलावा, सोसाइटी में स्वीमिंग पूल, जिम, क्लब हाउस, योग सेंटर जैसी सुविधाएं भी होंगी।

क्षेत्रीय विकास और कनेक्टिविटी पर भी जोर

इन परियोजनाओं को लेकर एलडीए ने मास्टर प्लान के तहत पूरे क्षेत्र का विकास शुरू कर दिया है। ग्रीन कॉरिडोर, शहीद पथ को जोड़ने वाली रोड, क्लोवर लीफ, और फ्लावर वैली जैसी सुविधाएं यहां पहले से विकसित की जा रही हैं, जिससे इन स्थानों की कनेक्टिविटी और महत्त्व और भी बढ़ जाएगा।

टेंडर जून 2025 में, तीन साल में पूरा होगा निर्माण

एलडीए ने जानकारी दी है कि इन दोनों परियोजनाओं के लिए जून 2025 में आरएफपी (Request for Proposal) आमंत्रित किया जाएगा। टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बाद, तीन वर्षों के भीतर निर्माण कार्य पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।

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