दुनिया की कई रिपोर्ट ये बतलाती हैं। आंकड़े चीन को कई मोर्चों पर भारत से मजबूत दिखाते हैं, लेकिन भारत की ताकत सिर्फ सैन्य आंकड़ों में नहीं, बल्कि उसके रणनीतिक अनुभव, लोकतांत्रिक प्रणाली, अंतरराष्ट्रीय समर्थन और जमीन पर लड़ने की तैयारी में छिपी है। भारत के पास युद्ध का अनुभव, कठिन भू-भाग में लड़ाई का अभ्यास और तेज निर्णय लेने की क्षमता है। वहीं चीन की ताकत तकनीक, संख्या और संसाधनों में है।
भारत और चीन की सैन्य ताकत?
सक्रिय सैनिक: चीन के पास 20.35 लाख, भारत के पास 14.55 लाख सक्रिय सैनिक हैं।
टैंक: चीन के पास 6800, भारत के पास 4201 टैंक हैं।
रॉकेट आर्टिलरी: चीन के पास 2750, भारत के पास 264 रॉकेट आर्टिलरी हैं।
सैन्य वाहन: चीन के पास 1.44 लाख, भारत के पास 1.48 लाख सैन्य वाहन हैं।
एयरक्राफ्ट: चीन के पास 3309, भारत के पास 2229 एयरक्राफ्ट हैं।
फाइटर जेट्स: चीन के पास 1212, भारत के पास 513 फाइटर जेट्स हैं।
अटैक हेलीकॉप्टर: चीन के पास 281, भारत के पास 80 अटैक हेलीकॉप्टर हैं।
एयरक्राफ्ट कैरियर: चीन के पास 3, भारत के पास 2 एयरक्राफ्ट कैरियर हैं।
डिस्ट्रॉयर जहाज: चीन के पास 50, भारत के पास 13 डिस्ट्रॉयर हैं।
सबमरीन: चीन के पास 61, भारत के पास 18 सबमरीन हैं।
एयरफोर्स कर्मी: चीन के पास 4 लाख, भारत के पास 3.10 लाख वायुसेना कर्मी हैं।
नेवी कर्मी: चीन के पास 3.8 लाख, भारत के पास 1.42 लाख नौसेना कर्मी हैं।
रिजर्व फोर्स: भारत के पास 11.55 लाख, चीन के पास 5.10 लाख रिजर्व सैनिक हैं।
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