केंद्र सरकार के कर्मचारी सबसे पहले इसके दायरे में आएंगे, और इसके बाद राज्य सरकारें भी अपने-अपने कर्मचारियों के लिए इसे लागू करेंगी। सबसे बड़ा सवाल यही है कि इस वेतन आयोग से किसकी सैलरी में सबसे ज्यादा इजाफा होगा – पुलिस कॉन्टेबल और आर्मी के जवान की सैलरी कितनी बढ़ेगी।
कैसे तय होती है सैलरी – फिटमेंट फैक्टर का रोल
हर वेतन आयोग में सैलरी बढ़ाने के लिए एक फिटमेंट फैक्टर (Fitment Factor) का उपयोग किया जाता है। 7वें वेतन आयोग में यह 2.57 था। 8वें वेतन आयोग में इसे बढ़ाकर 2.86 किए जाने की संभावना है। उदाहरण के लिए, अगर किसी कर्मचारी की बेसिक सैलरी 18,000 रुपये है और फिटमेंट फैक्टर 2.86 लागू होता है, तो उसकी सैलरी सीधे बढ़कर 51,480 रुपये हो जाएगी।
पुलिस कॉन्टेबल की सैलरी कितनी बढ़ेगी?
उत्तर प्रदेश सहित कई राज्यों में एक पुलिस कॉन्टेबल की बेसिक सैलरी 21,700 रुपये प्रति माह है। अगर 8वें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर 2.86 होता है, तो यूपी पुलिस के कॉन्टेबल की बेसिक सैलरी बढ़कर 62,062 रुपये प्रति माह हो सकती है। यानी सीधे-सीधे ₹40,000+ की बढ़ोतरी, जो उनके लिए बड़ी राहत साबित हो सकती है।
आर्मी के जवान की सैलरी में कितना इजाफा होगा?
भारतीय सेना में एक जवान की बेसिक सैलरी 21,700 रुपये है। आर्मी के जवान केंद्र सरकार के अंतर्गत आते हैं, इसलिए वे 8वें वेतन आयोग के सबसे पहले लाभार्थी होंगे। अगर फिटमेंट फैक्टर 2.86 लागू होता है, तो जवानों की बेसिक सैलरी भी 51,480 रुपये प्रति माह हो जाएगी।
इसके अलावा, सेना के जवानों को मिलते हैं: मिलिट्री सर्विस पे (MSP), फील्ड अलाउंस, रिस्क अलाउंस, ट्रांसपोर्ट व अन्य भत्ते। इन सभी को जोड़ने पर उनकी कुल सैलरी में बड़ी बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। हालांकि पूरी स्थिति सरकार के घोषणा के बाद ही सामने आएगी।
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