गाय को रोटी खिलाएं और शनि-राहु-केतु के दोष से पाएं मुक्ति!

धर्म डेस्क। भारतीय संस्कृति में गाय को माँ का स्थान प्राप्त है। प्राचीन काल से ही गाय को धर्म, कर्म और अध्यात्म से जोड़ा गया है। जहां एक ओर गाय का वैज्ञानिक और आर्थिक महत्व है, वहीं दूसरी ओर धार्मिक दृष्टिकोण से भी इसे विशेष स्थान प्राप्त है। ऐसा माना जाता है कि प्रतिदिन विशेष रूप से शनिवार के दिन गाय को रोटी खिलाने से जीवन में आने वाले कई कष्ट दूर हो सकते हैं, विशेषकर शनि, राहु और केतु जैसे क्रूर ग्रहों के दोष शांत होते हैं।

गाय और ग्रहों का संबंध

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शनि, राहु और केतु ऐसे ग्रह हैं जो जब कुंडली में अशुभ स्थिति में होते हैं, तो व्यक्ति के जीवन में रुकावटें, दुर्घटनाएँ, मानसिक तनाव, आर्थिक हानि और रोग जैसे संकट लाते हैं। इन ग्रहों के प्रभाव को कम करने के लिए कई उपाय बताए गए हैं, जिनमें से एक है गौ सेवा।

विशेषज्ञों के अनुसार, गाय को रोटी या गुड़-मिश्रित आटे की लोई खिलाने से इन ग्रहों की अशुभ दृष्टि शांत होती है। यह न केवल एक धार्मिक कार्य है बल्कि सकारात्मक ऊर्जा का भी संचार करता है। इससे जीवन में सुख, शांति और समृद्धि आती हैं।

शनिवार को क्यों करें यह उपाय?

शनिवार का दिन शनि देव का होता है और यह दिन विशेष रूप से शनि दोष निवारण के लिए उपयुक्त माना गया है। इस दिन गाय को रोटी या हरी घास खिलाने से शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या के प्रभाव को कम करने में सहायता मिलती है। वहीं, राहु और केतु जैसे छाया ग्रह भी शांत हो जाते हैं।

कैसे करें यह उपाय?

हर शनिवार सुबह स्नान करके शुद्ध मन से रोटियाँ बनाएं।

रोटियों में थोड़ा सा गुड़ या काला तिल मिलाएं।

नजदीकी गौशाला या सड़कों पर घूम रही गौमाताओं को प्रेमपूर्वक खिलाएं।

रोटी खिलाते समय मन में प्रार्थना करें कि आपके कष्ट दूर हों और जीवन में शांति बनी रहे।

0 comments:

Post a Comment