7700 करोड़ की लागत से बन रहा है एक्सप्रेस-वे
ग्रीनफील्ड प्रोजेक्ट के तहत बन रहा यह एक्सप्रेसवे दो चरणों में तैयार किया जा रहा है। पहले चरण में मथुरा से हाथरस तक 66 किलोमीटर सड़क बन रही है, जिसमें 50 फीसदी कार्य पूरा हो चुका है और इस पर आंशिक रूप से यातायात भी शुरू कर दिया गया है।
दूसरे चरण में हाथरस से कासगंज (57 किमी), कासगंज से बदायूं (46 किमी) और बदायूं से बरेली (59 किमी) तक कुल 162 किलोमीटर का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। एनएचएआई के अनुसार दूसरे चरण का 30 फीसदी निर्माण पूरा हो चुका है और यह अगले एक साल में पूरा कर लिया जाएगा।
सुविधाओं से लैस होगा हाईवे
इस अत्याधुनिक एक्सप्रेसवे पर यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा गया है। मार्ग में 20 फ्लाईओवर, 26 अंडरपास, 5 बड़े पुल और 6 रेल ओवरब्रिज बनाए जा रहे हैं। इन संरचनाओं के निर्माण से न केवल ट्रैफिक जाम से राहत मिलेगी, बल्कि सड़क दुर्घटनाओं में भी कमी आने की संभावना है।
2027 तक पूरा होगा निर्माण कार्य
बदायूं खंड के एनएचएआई परियोजना अधिकारी उत्कर्ष शुक्ला के अनुसार, निर्माण कार्य तय समय-सीमा के अनुसार चल रहा है और वर्ष 2027 तक पूरा प्रोजेक्ट जनता के लिए खोल दिया जाएगा। इस एक्सप्रेसवे के बनने से जहां क्षेत्रीय व्यापार को गति मिलेगी, वहीं आगरा और मथुरा जैसे पर्यटन स्थलों तक पहुंच और भी आसान हो जाएगी। बरेली, कासगंज, बदायूं जैसे जिलों में नए निवेश और औद्योगिक गतिविधियों की संभावनाएं भी बढ़ जाएंगी।
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