1. घी का दीपक दक्षिण दिशा में जलाएं
नवरात्रि के दिनों में रोजाना शाम को घर की दक्षिण दिशा में गाय के शुद्ध घी का दीपक जलाएं। दक्षिण दिशा यम की दिशा मानी जाती है, और इस दिशा में दीप प्रज्वलन से नकारात्मक शक्तियां दूर होती हैं। साथ ही, मां लक्ष्मी का वास स्थायी होता है। दीपक जलाते समय "श्रीं श्रीं महालक्ष्म्यै नमः" मंत्र का 11 बार जाप करें।
2. कलश के पास रखें चांदी या मिट्टी की लक्ष्मी प्रतिमा
नवरात्रि में कलश के पास एक छोटी सी लक्ष्मी जी की प्रतिमा (चांदी, पीतल या मिट्टी की) साथ में रखें। नौ दिन तक नियमित रूप से पूजा करें और अष्टमी या नवमी के दिन उस प्रतिमा को लाल कपड़े में बांधकर तिजोरी या पूजा स्थान में स्थापित करें। इससे बरकत स्थायी बनी रहती है।
3. माला से करें श्रीसूक्त या लक्ष्मी मंत्र का जाप
कमलगट्टे को मां लक्ष्मी का प्रिय माना जाता है। नवरात्रि के दौरान रोज सुबह या शाम को कमलगट्टे की माला से "ॐ श्रीं महालक्ष्म्यै नमः" या श्रीसूक्त का जाप करें। यह उपाय विशेष रूप से धन प्राप्ति और दरिद्रता नाश के लिए कारगर है। जाप के समय मन एकदम शांत और स्थिर रखें।
4. गरीब कन्याओं को करें भोजन और वस्त्र दान
नवरात्रि के अंतिम दिनों में 2 से 9 कन्याओं को भोजन कराना, उपहार देना और यथासंभव वस्त्र या दक्षिणा देना अत्यंत पुण्यदायक माना गया है। देवी के स्वरूप मानी जाने वाली कन्याओं की सेवा से मां लक्ष्मी शीघ्र प्रसन्न होती हैं। ये कार्य अष्टमी या नवमी को किया जाना सबसे शुभ माना जाता है।
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