क्या है योजना?
इस योजना के तहत किसानों को चना (16 किग्रा), मटर (20 किग्रा), मसूर (8 किग्रा) और सरसों (2 किग्रा) के मिनी किट निःशुल्क दिए जाएंगे। यह बीज किट उन्हें कृषि विभाग द्वारा वितरित की जाएगी। सरकार का कहना है कि ये बीज उच्च गुणवत्ता वाले होंगे, जिससे उत्पादन में सुधार होगा और किसानों को अच्छी आमदनी मिल सकेगी।
कौन ले सकता है लाभ?
केवल वे किसान जिन्होंने कृषि विभाग में पंजीकरण कराया हुआ है, वही इस योजना का लाभ उठा सकते हैं। एक किसान को केवल एक ही प्रकार की दलहनी फसल का बीज किट मिलेगा। योजना के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि 25 सितंबर तय की गई है।
कैसे करें आवेदन?
इच्छुक किसानों को कृषि दर्शन-2 पोर्टल (agridarshan.up.gov.in) पर जाकर ऑनलाइन आवेदन करना होगा। यह प्रक्रिया पूरी तरह डिजिटल और पारदर्शी रखी गई है।
चयन प्रक्रिया कैसी होगी?
जिन जिलों में निर्धारित संख्या से अधिक आवेदन आएंगे, वहां किसानों का चयन लॉटरी प्रणाली के माध्यम से किया जाएगा। यह प्रक्रिया जिलाधिकारी की अध्यक्षता में बनी जिला स्तरीय समिति द्वारा संचालित की जाएगी। इससे पारदर्शिता बनी रहेगी और सभी किसानों को बराबरी का मौका मिलेगा।
सरकार की मंशा क्या है?
कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही के अनुसार, सरकार का उद्देश्य किसानों को गुणवत्तापूर्ण बीज देकर उत्पादन में बढ़ोतरी करना है। इसके साथ ही यह योजना प्रदेश को दलहन और तिलहन उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक अहम कदम है। कृषि मंत्री ने किसानों से अपील की है कि वे अंतिम तारीख से पहले आवेदन कर योजना का लाभ उठाएं।
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