विश्लेषकों के अनुसार, 8वें वेतन आयोग के लिए अनुमानित फिटमेंट फैक्टर लगभग 1.92 माना जा रहा है। इसका मतलब है कि मौजूदा बेसिक पे ₹44,900 वाले कर्मचारी की बेसिक सैलरी बढ़कर लगभग ₹86,200 के करीब पहुंच सकती है।
सैलरी में वृद्धि के साथ ही भत्तों जैसे हाउस रेंट अलाउंस (HRA), ट्रांसपोर्ट अलाउंस (TA) में भी वृद्धि होगी। यदि 27% HRA लागू होता है तो यह लगभग ₹23,000 तक हो सकता है। इसी तरह, TA भी लगभग दोगुना बढ़कर ₹8,800 के आसपास पहुँच सकता है।
कटौतियाँ भी रहेंगी नजर
जैसे हर महीने कर्मचारी की सैलरी से कटौतियाँ होती हैं, वैसे ही नई सैलरी से भी NPS (नेशनल पेंशन सिस्टम), CGHS (केंद्रीय स्वास्थ्य सेवा शुल्क) और इनकम टैक्स जैसी कटौतियाँ होंगी। अनुमान है कि कुल कटौतियाँ लगभग ₹12,000 के आसपास हो सकती हैं।
नेट इन-हैंड सैलरी होगी ₹1 लाख के करीब
कटौतियाँ घटाने के बाद, ₹44,900 बेसिक पे वाले कर्मचारियों की मासिक नेट सैलरी लगभग ₹1,06,000 के करीब आ सकती है, जो मौजूदा सैलरी से लगभग 70-75% अधिक होगी। यह बढ़ोतरी कर्मचारियों की क्रय शक्ति बढ़ाने में सहायक होगी और महंगाई के दबाव को कुछ हद तक कम करेगी।
सरकार की आधिकारिक घोषणा कब?
सरकार की ओर से अभी 8वें वेतन आयोग के लागू होने की कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है। विशेषज्ञों के मुताबिक, इस साल के अंत या अगले वर्ष के बजट के दौरान इसकी घोषणा हो सकती है। कर्मचारियों और यूनियनों की मांग भी इस ओर जोर दे रही है।
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