1. संयुक्त राज्य अमेरिका (USA): तकनीक और ताकत का समन्वय
ड्रोन निर्माण और उनके उपयोग में अमेरिका वर्षों से अग्रणी रहा है। अमेरिकी रक्षा एजेंसी ‘DARPA’ और निजी कंपनियों जैसे ‘General Atomics’ और ‘Lockheed Martin’ ने उन्नत सैन्य ड्रोन (जैसे MQ-9 Reaper) का निर्माण किया है। अमेरिका के ड्रोन न सिर्फ दुश्मनों पर सटीक हमले कर सकते हैं, बल्कि हाई-एल्टीट्यूड सर्विलांस में भी सक्षम हैं।
2. चीन: सस्ती तकनीक, बड़ा बाज़ार
चीन ड्रोन टेक्नोलॉजी का दूसरा बड़ा खिलाड़ी है, खासकर कमर्शियल ड्रोन मार्केट में। चीनी कंपनी ‘DJI’ आज दुनिया की सबसे बड़ी ड्रोन निर्माता है, जो फोटोग्राफी, कृषि और औद्योगिक उपयोग के लिए ड्रोन बनाती है। इसके अलावा चीन अपने सैन्य ड्रोन जैसे ‘Wing Loong’ और ‘CH-5’ को निर्यात भी कर रहा है, जिससे उसकी अंतरराष्ट्रीय पकड़ बढ़ी है।
3. इज़राइल: स्मार्ट और घातक ड्रोन की दुनिया
ड्रोन टेक्नोलॉजी में इज़राइल का नाम किसी से पीछे नहीं है। छोटा देश होने के बावजूद, इज़राइल रक्षा क्षेत्र में ड्रोन को ऑपरेशनल लेवल पर इस्तेमाल करने वाला पहला देश था। उसके ड्रोन जैसे ‘Heron’ और ‘Harop’ कई देशों द्वारा खरीदे जा चुके हैं। इज़राइली ड्रोन तेज, विश्वसनीय और खुफिया अभियानों के लिए खास माने जाते हैं।
4. तुर्की: तेजी से उभरती नई ताकत
पिछले कुछ वर्षों में तुर्की ने ड्रोन टेक्नोलॉजी में चौंकाने वाली प्रगति की है। तुर्की की कंपनी ‘Baykar’ द्वारा विकसित ‘Bayraktar TB2’ ड्रोन ने सीरिया, अज़रबैजान और यूक्रेन युद्ध में अपनी क्षमता साबित की है। तुर्की अब ड्रोन के मामले में आत्मनिर्भरता की ओर तेजी से बढ़ रहा है और एक निर्यातक राष्ट्र बन चुका है।
0 comments:
Post a Comment