1. नींबू और जैतून का तेल (Lemon & Olive Oil):
नींबू में मौजूद साइट्रिक एसिड पथरी को तोड़ने में सहायक होता है, वहीं जैतून का तेल मूत्रनलिका को चिकनाई प्रदान करता है जिससे पथरी बाहर निकलने में आसानी होती है। रोज सुबह खाली पेट 1 बड़ा चम्मच नींबू का रस और 1 बड़ा चम्मच जैतून का तेल मिलाकर पीना लाभकारी माना जाता है।
2. नारियल पानी:
नारियल पानी न केवल शरीर को हाइड्रेट रखता है, बल्कि यह मूत्रवर्धक (diuretic) गुणों से भरपूर होता है। यह पथरी को धीरे-धीरे घुलाकर मूत्र के माध्यम से बाहर निकालने में मदद करता है। दिन में दो बार नारियल पानी पीने से फायदा होता है।
3. कसे हुए ककड़ी के बीज:
ककड़ी के बीजों में एंटीऑक्सीडेंट्स और पोटेशियम भरपूर मात्रा में होते हैं। यह किडनी को साफ रखने और पथरी को गलाने में मदद करते हैं। 1 चम्मच कसे हुए बीजों को गर्म पानी में उबालकर चाय की तरह सेवन किया जा सकता है।
4. घास का रस (गोखरू या वरुण के पत्तों का रस):
आयुर्वेद में गोखरू और वरुण के पत्तों को पथरी नाशक माना गया है। इनका ताजा रस रोज सुबह खाली पेट लेने से किडनी में जमी हुई पथरी धीरे-धीरे गलने लगती है। यह मूत्र मार्ग की रुकावटें भी दूर करता है। हालांकि इसके सेवन से पहले आयुर्वेदिक डॉक्टर की सलाह आवश्य लें।
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