ग्रुप-D कर्मचारियों का मौजूदा वेतन (7वां वेतन आयोग)
वर्तमान में, 7वें वेतन आयोग के तहत ग्रुप-D (Level 1) कर्मचारियों का न्यूनतम मूल वेतन ₹18,000 प्रति माह है। इसमें महंगाई भत्ता (DA), HRA, और अन्य भत्ते जोड़ने पर कुल वेतन और अधिक हो जाता है। हालांकि, पिछले कुछ वर्षों में महंगाई और जीवन यापन की लागत में वृद्धि को देखते हुए, अब वेतन पुनरीक्षण की आवश्यकता महसूस की जा रही है।
8वें वेतन आयोग में संभावित बदलाव
1. मूल वेतन में संभावित वृद्धि: कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 8वें वेतन आयोग लागू होने पर ग्रुप-D कर्मचारियों का मूल वेतन ₹21,600 से ₹22,500 तक बढ़ सकता है। यह वृद्धि लगभग 20-25% के बीच हो सकती है।
2. फिटमेंट फैक्टर की भूमिका
फिटमेंट फैक्टर वह गुणांक होता है, जिससे नया वेतन निर्धारित किया जाता है। अगर फिटमेंट फैक्टर 2.28 तय होता है, तो मौजूदा ₹18,000 का वेतन ₹41,040 तक पहुंच सकता है। कुछ अनुमान यह भी लगाते हैं कि यह वेतन ₹26,000 से ₹51,480 तक हो सकता है, यदि अन्य भत्तों के साथ जोड़कर देखा जाए।
फिटमेंट फैक्टर और सैलरी गणना का उदाहरण
1 .मौजूदा मूल वेतन: ₹18,000, संभावित फिटमेंट फैक्टर: 2.28, संभावित नया वेतन: ₹41,040
2 .मौजूदा मूल वेतन: ₹18,000, संभावित फिटमेंट फैक्टर: 1.25 (20% वृद्धि), संभावित नया वेतन: ₹21,600
3 .मौजूदा मूल वेतन: ₹18,000, संभावित फिटमेंट फैक्टर: 1.40 (25% वृद्धि), संभावित नया वेतन: ₹22,500
कब लागू हो सकता है 8वां वेतन आयोग?
सरकार की ओर से अभी तक 8वें वेतन आयोग की कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है। विशेषज्ञों का मानना है कि आयोग का गठन 2025 में हो सकता है। यदि सब कुछ तय योजना के अनुसार हुआ, तो जनवरी 2026 से नई वेतन व्यवस्था लागू की जा सकती है। वेतन बढ़ने के साथ-साथ DA, HRA और TA जैसे भत्तों में भी बढ़ोतरी होगी। इससे कर्मचारियों की कुल इन हैंड सैलरी में उल्लेखनीय वृद्धि देखने को मिलेगी।
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