दुनिया की 3 सबसे घातक हाइपरसोनिक मिसाइलें

न्यूज डेस्क। आज की दुनिया में जहां तकनीक ने जीवन के हर क्षेत्र में क्रांति ला दी है, वहीं युद्ध क्षेत्र में भी अभूतपूर्व बदलाव आ रहे हैं। खासकर हाइपरसोनिक मिसाइलें अब वैश्विक सैन्य शक्ति की नई परिभाषा बन चुकी हैं। इन मिसाइलों की खासियत है इनकी अत्यधिक रफ्तार (मैक 5 से ज्यादा) और दुश्मन की किसी भी रक्षा प्रणाली को चकमा देने की क्षमता। आइए जानते हैं दुनिया की 3 सबसे घातक हाइपरसोनिक मिसाइलों के बारे में, जिनसे आज की सैन्य रणनीति पूरी तरह बदल रही है।

1. Avangard (रूस) – मैक 27 की अजेय तबाही

रूस की ‘Avangard’ मिसाइल एक हाइपरसोनिक ग्लाइड व्हीकल है, जो इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल से लॉन्च की जाती है। यह मैक 27 (लगभग 33,000 किमी/घंटा) की रफ्तार से उड़ सकती है और हवा में दिशा बदलने की क्षमता रखती है। इसमें परमाणु हथियार ले जाने की भी ताकत है, जो इसे और ज्यादा खतरनाक बनाता है।

2. Kinzhal (रूस) – हवा से दागी गई घातक शक्ति

‘Kinzhal’ यानी "डैगर" मिसाइल रूस की एक और खतरनाक हाइपरसोनिक मिसाइल है, जिसे मिग-31 जैसे फाइटर जेट से दागा जा सकता है। इसकी रेंज लगभग 2,000 किलोमीटर है और यह मैक 10 की रफ्तार तक पहुंच सकती है। इसे यूक्रेन युद्ध में रूस ने प्रयोग किया है, जिससे इसकी मारक क्षमता का प्रदर्शन भी हो चुका है।

3. DF-17 (चीन) – एशिया की उभरती हाइपरसोनिक ताकत

चीन की ‘DF-17’ मिसाइल एक मोबाइल लॉन्चर से दागी जाती है और इसमें हाइपरसोनिक ग्लाइड व्हीकल लगा होता है। इसकी रफ्तार मैक 5 से ज्यादा है और रेंज लगभग 2,500 किलोमीटर तक है। यह मिसाइल दुश्मन की मिसाइल डिफेंस को चकमा देकर सटीक निशाना लगाने की क्षमता रखती है।

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