कौन है विदेशी मुद्रा का बादशाह? 10 देश सबसे आगे

नई दिल्ली। विदेशी मुद्रा भंडार (Foreign Exchange Reserves) किसी देश की आर्थिक सुरक्षा और वैश्विक व्यापार में उसकी ताकत को दर्शाते हैं। यह भंडार आमतौर पर विदेशी मुद्राओं, स्वर्ण भंडार, विशेष आहरण अधिकार (SDRs), और अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) में जमा की गई संपत्तियों से मिलकर बना होता है। यह रिपोर्ट 2025 के ताजा आंकड़ों के आधार पर उन 10 देशों की सूची और विश्लेषण प्रस्तुत करता है, जिनके पास सबसे अधिक विदेशी मुद्रा भंडार है। 

1. चीन – $3.3 से $3.6 ट्रिलियन

चीन पिछले एक दशक से दुनिया में सबसे अधिक विदेशी मुद्रा भंडार रखने वाला देश बना हुआ है। इसके भंडार का बड़ा हिस्सा अमेरिकी डॉलर में है, जिसका उपयोग वह अपनी मुद्रा युआन की स्थिरता बनाए रखने, व्यापार संतुलन को सुधारने और वैश्विक वित्तीय झटकों से बचने के लिए करता है।

2. जापान – $1.24 ट्रिलियन

जापान का विदेशी मुद्रा भंडार मुख्यतः विदेशी बॉन्ड (विशेषकर अमेरिकी ट्रेजरी बॉन्ड्स) में निवेशित है। येन की रक्षा के लिए जापान ने अपने भंडार को मजबूत रखा है, विशेषकर वैश्विक अस्थिरता के समय।

3. स्विट्ज़रलैंड – $953 बिलियन

स्विट्ज़रलैंड एक वित्तीय केंद्र है, और इसकी मुद्रा (स्विस फ्रैंक) को सुरक्षित माना जाता है। देश की नेगेटिव ब्याज दरों की नीति के बावजूद विदेशी निवेशकों के आकर्षण ने इसके रिज़र्व को उच्च बनाए रखा है।

4. भारत – $697 बिलियन

भारत हाल के वर्षों में विदेशी मुद्रा भंडार के मामले में चौथे स्थान पर पहुंच गया है। रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने यह भंडार मुद्रा स्थिरता, आयात संतुलन और विदेशी ऋण चुकाने के लिए मजबूत किया है।

5. रूस – $620 बिलियन

रूस के पास भी पर्याप्त विदेशी मुद्रा भंडार है, जिसमें सोने का हिस्सा अपेक्षाकृत अधिक है। पश्चिमी प्रतिबंधों के बाद रूस ने डॉलर से हटकर सोना और युआन जैसी मुद्राओं में भंडार बढ़ाया है।

6. ताइवान – $577 बिलियन

ताइवान की निर्यात-आधारित अर्थव्यवस्था, विशेषकर सेमीकंडक्टर उद्योग, ने इसे मजबूत विदेशी मुद्रा भंडार जुटाने में मदद की है। ताइवान डॉलर को स्थिर बनाए रखने के लिए सरकार काफी सक्रिय है।

7. सऊदी अरब – $435 बिलियन

तेल निर्यात पर आधारित सऊदी अरब के पास भी विशाल विदेशी मुद्रा भंडार है। यह भंडार देश की मुद्रा (रियाल) को अमेरिकी डॉलर से जोड़ने और आर्थिक विविधीकरण को समर्थन देने में मदद करता है।

8. हांगकांग – $421 बिलियन

एक प्रमुख वित्तीय केंद्र होने के नाते, हांगकांग ने स्थिर विदेशी मुद्रा भंडार बनाए रखा है। यहां की मुद्रा (हांगकांग डॉलर) अमेरिकी डॉलर से जुड़ी हुई है, जिसे बनाए रखने के लिए यह भंडार आवश्यक है।

9. दक्षिण कोरिया – $416 बिलियन

दक्षिण कोरिया की तकनीक आधारित अर्थव्यवस्था और मजबूत निर्यात ने इसे उच्च भंडार बनाए रखने में मदद की है। कोरियन वॉन की स्थिरता भी इसी पर निर्भर करती है।

10. ब्राज़ील – $389 बिलियन

लैटिन अमेरिका की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था ब्राज़ील ने वैश्विक अनिश्चितताओं से बचने के लिए मजबूत विदेशी मुद्रा भंडार बनाया है। यह रिज़र्व उसे बाहरी झटकों और कर्ज सेवा में मदद करता है।

(नोट-यह डाटा विभिन्न मीडिया सोर्स से ली गई हैं, इसमें थोड़ा बहुत अंतर हो सकता हैं)

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