बिना दवा थायराइड का इलाज: अपनाएं ये 6 देसी नुस्खे

हेल्थ डेस्क। थायराइड एक तेजी से बढ़ती स्वास्थ्य समस्या बनती जा रही है, खासतौर पर महिलाओं में। आधुनिक जीवनशैली, तनाव, और हार्मोनल असंतुलन के चलते थायराइड ग्रंथि का असामान्य कार्य करना आम हो गया है। आमतौर पर इसके इलाज के लिए दवाओं पर निर्भर रहना पड़ता है, लेकिन आयुर्वेद और घरेलू उपायों के ज़रिए इसे काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है। आइए जानें ऐसे ही छह देसी उपाय जो थायराइड को जड़ से खत्म करने में सहायक हो सकते हैं:

1. लौकी का जूस – खाली पेट असरदार इलाज

थायराइड से राहत पाने के लिए लौकी का ताज़ा जूस रामबाण साबित हो सकता है। रोज़ सुबह खाली पेट एक गिलास लौकी का रस पीने से ग्रंथि की सूजन कम होती है और हार्मोन बैलेंस में सुधार आता है। लौकी शरीर को ठंडक देती है और मेटाबॉलिज्म को भी दुरुस्त करती है।

2. हरा धनिया – थायराइड के लिए कारगर उपाय

हरा धनिया केवल स्वाद बढ़ाने के लिए नहीं है, यह थायराइड नियंत्रण में भी बेहद कारगर है। एक मुट्ठी हरे धनिये को पीसकर एक गिलास पानी में घोलें और सुबह खाली पेट इसका सेवन करें। यह उपाय हाइपोथायराइड और हाइपरथायराइड दोनों ही स्थितियों में लाभकारी माना गया है।

3. आयोडीन युक्त आहार – थायराइड ग्रंथि के लिए ज़रूरी

थायराइड ग्रंथि को सुचारु रूप से काम करने के लिए आयोडीन की आवश्यकता होती है। प्याज, लहसुन, टमाटर जैसे आयोडीन युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन बढ़ाएं। खासतौर पर वे लोग जिन्हें हाइपोथायराइड है, उन्हें अपने आहार में आयोडीन की मात्रा का विशेष ध्यान रखना चाहिए।

4. नारियल पानी – प्राकृतिक इलेक्ट्रोलाइट से भरपूर

नारियल पानी में मौजूद मिनरल्स और एंटीऑक्सीडेंट्स थायराइड को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। थायराइड मरीजों को रोज़ या कम से कम हर दूसरे दिन एक गिलास नारियल पानी ज़रूर पीना चाहिए। इससे शरीर का पीएच संतुलन सुधरता है और थकान भी दूर होती है।

5. हल्दी वाला दूध – रात का नैचुरल टॉनिक

हल्दी में पाया जाने वाला करक्यूमिन तत्व शरीर में सूजन को कम करता है और थायराइड ग्रंथि की कार्यक्षमता को सुधारता है। रोज़ रात को सोने से पहले एक गिलास हल्दी वाला गर्म दूध पीने से न केवल थायराइड में राहत मिलती है, बल्कि नींद भी बेहतर आती है।

6. तुलसी और ऐलोवेरा – आयुर्वेद का चमत्कारी संयोजन

थायराइड को जड़ से खत्म करने में तुलसी और ऐलोवेरा का मिश्रण बेहद असरदार माना गया है। रोज़ सुबह दो चम्मच तुलसी के रस में आधा चम्मच ऐलोवेरा जूस मिलाकर सेवन करें। यह उपाय ग्रंथि की सूजन को कम करता है और इम्यून सिस्टम को भी मजबूत बनाता है।

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