मानसून ने पकड़ी रफ्तार, पूरे यूपी में सक्रियता
शनिवार से प्रदेश में दक्षिण-पश्चिमी मानसून एक बार फिर सक्रिय हो गया है। इसके चलते अधिकतर जिलों में बादलों की आवाजाही बनी रही और कहीं-कहीं बूंदाबांदी भी हुई। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, बंगाल और बांग्लादेश क्षेत्र में विकसित हो रहे निम्न दाब क्षेत्र और उत्तर-पश्चिम भारत की ओर खिसकती द्रोणिका की वजह से यूपी में मानसूनी प्रभाव में मजबूती आई है।
इन जिलों में सबसे ज्यादा खतरा
मौसम विभाग के अनुसार, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत और शाहजहांपुर जैसे जिलों में भारी से भारी बारिश की संभावना है। इसके अतिरिक्त पूर्वी यूपी के कई जिलों जैसे गाजीपुर, देवरिया, गोरखपुर, सिद्धार्थ नगर, कुशीनगर, अंबेडकर नगर, जौनपुर, आजमगढ़, मऊ और बलिया में भी झमाझम बारिश हो सकती है।
वज्रपात और तेज हवाओं का खतरा भी बरकरार
लगभग 60 से अधिक जिलों में गरज-चमक के साथ वज्रपात और तेज हवाओं की चेतावनी जारी की गई है। लखनऊ, कानपुर, अयोध्या, प्रयागराज, आगरा, मेरठ, नोएडा, गाजियाबाद जैसे बड़े शहर भी इस प्रभाव के दायरे में हैं। इन जिलों में 40 से 50 किमी/घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना है।
आने वाले दिनों में क्या होगा?
मौसम विभाग के अनुसार, 30 जून को यूपी के तराई क्षेत्र में अत्यधिक भारी वर्षा होने की आशंका है। 1 जुलाई से यह बारिश प्रदेश के दक्षिणी हिस्सों में स्थानांतरित हो सकती है। चूंकि मानसून अब पूरे प्रदेश को कवर करने की ओर बढ़ रहा है, ऐसे में अगले 48 घंटे बेहद महत्वपूर्ण हैं। इसलिए खराब मौसम के दौरान सतर्क रहिए।
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