ब्लड कैंसर के 3 मुख्य प्रकार: जानें कौन सा कितना घातक है?

हेल्थ डेस्क। ब्लड कैंसर, जिसे रक्त कैंसर भी कहा जाता है, एक जानलेवा बीमारी है जो शरीर के रक्त, बोन मैरो और लिम्फ सिस्टम को प्रभावित करती है। दुनियाभर में हर साल लाखों लोग इस बीमारी की चपेट में आते हैं। ब्लड कैंसर कई प्रकार के होते हैं, लेकिन इसके तीन प्रमुख प्रकार माने जाते हैं — ल्यूकीमिया, लिंफोमा और मायलोमा। हर प्रकार की अपनी विशेषताएं होती हैं और इनकी गंभीरता भी अलग-अलग होती है।

1. ल्यूकीमिया (Leukemia) — सबसे आम और गंभीर

ल्यूकीमिया ब्लड कैंसर का सबसे आम रूप है, जो रक्त में मौजूद श्वेत रक्त कोशिकाओं (WBC) को प्रभावित करता है। इसमें असामान्य रूप से अधिक WBC बनते हैं, जो सामान्य कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाते हैं।

प्रमुख लक्षण: थकान, बुखार, बार-बार संक्रमण होना, अचानक वजन घटना, नाक से खून आना।

कितना घातक: यह तीव्र (Acute) और जीर्ण (Chronic) दोनों रूपों में हो सकता है। तीव्र ल्यूकीमिया में स्थिति तेजी से बिगड़ सकती है। समय पर इलाज जरूरी होता है।

2. लिंफोमा (Lymphoma) — इम्यून सिस्टम पर हमला

लिंफोमा उस स्थिति को कहा जाता है जब शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली के अंगों में कैंसर बनता है, खासकर लिम्फ नोड्स और स्प्लीन में। इसके दो मुख्य प्रकार हैं — हॉजकिन्स लिंफोमा और नॉन-हॉजकिन्स लिंफोमा।

प्रमुख लक्षण: गर्दन या कांख में सूजी हुई गांठें, बुखार, रात को पसीना, वजन घटना।

कितना घातक: शुरुआती चरण में पकड़ा जाए तो इलाज संभव है, पर देर होने पर यह शरीर के कई हिस्सों में फैल सकता है।

3. मायलोमा (Myeloma) — हड्डियों और किडनी को नुकसान

मायलोमा एक कम प्रचलित लेकिन खतरनाक प्रकार का ब्लड कैंसर है, जो प्लाज्मा कोशिकाओं को प्रभावित करता है। ये कोशिकाएं असामान्य एंटीबॉडी बनाती हैं जो शरीर को नुकसान पहुंचाती हैं।

प्रमुख लक्षण: हड्डियों में दर्द, बार-बार संक्रमण, थकान, किडनी फेल होने की संभावना।

कितना घातक: यह एक क्रॉनिक बीमारी होती है जो समय के साथ बढ़ती है। सही समय पर इलाज से इसके असर को कम किया जा सकता है।

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