क्या है नया फिटमेंट फैक्टर?
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, 8वें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर 1.92 होने की संभावना जताई जा रही है। इसका मतलब है कि कर्मचारियों की मौजूदा बेसिक सैलरी में लगभग 92% की बढ़ोतरी हो सकती है। इसके अलावा, X कैटेगरी शहरों के लिए 30% HRA, और हायर ट्रांसपोर्ट अलाउंस (TPTA) को भी ध्यान में रखा गया है।
देखें लेवल-1 से 7 तक की संभावित नई सैलरी:
लेवल-1: वर्तमान बेसिक ₹18,000 से बढ़कर ₹34,560, HRA ₹10,368, TA ₹1,350; कुल ग्रॉस ₹46,278, अनुमानित कटौती ₹3,706; नेट सैलरी ₹42,572
लेवल-2: वर्तमान बेसिक ₹19,900 से बढ़कर ₹38,208, HRA ₹11,462, TA ₹1,350; कुल ग्रॉस ₹51,020, कटौती ₹4,071; नेट सैलरी ₹46,949
लेवल-3: वर्तमान बेसिक ₹21,700 से बढ़कर ₹41,664, HRA ₹12,499, TA ₹3,600; कुल ग्रॉस ₹57,763, कटौती ₹4,416; नेट सैलरी ₹53,347
लेवल-4: वर्तमान बेसिक ₹25,500 से बढ़कर ₹48,960, HRA ₹14,688, TA ₹3,600; कुल ग्रॉस ₹67,248, कटौती ₹5,146; नेट सैलरी ₹62,102
लेवल-5: वर्तमान बेसिक ₹29,200 से बढ़कर ₹56,064, HRA ₹16,819, TA ₹3,600; कुल ग्रॉस ₹76,483, कटौती ₹5,856; नेट सैलरी ₹70,627
लेवल-6: वर्तमान बेसिक ₹35,400 से बढ़कर ₹67,968, HRA ₹20,390, TA ₹3,600; कुल ग्रॉस ₹91,958, कटौती ₹7,247; नेट सैलरी ₹84,711
लेवल-7: वर्तमान बेसिक ₹44,900 से बढ़कर ₹86,208, HRA ₹25,862, TA ₹3,600; कुल ग्रॉस ₹1,15,670, अनुमानित कटौती ₹15,931; नेट सैलरी ₹99,739
क्या यह वास्तव में "लॉटरी" है?
अगर यह अनुमानित संशोधन लागू होता है तो खासतौर पर लेवल 1 से 7 तक के कर्मचारियों को बड़ी राहत मिलेगी। बढ़ी हुई नेट सैलरी से न केवल जीवनस्तर सुधरेगा, बल्कि महंगाई से निपटने में भी मदद मिलेगी। अब सभी की निगाहें सरकार के अगले कदम पर टिकी हैं। अगर 2026 के आस-पास यह आयोग लागू होता है, तो यह कर्मचारियों के लिए एक ऐतिहासिक वेतन वृद्धि साबित हो सकती है।
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