1 परमाणु बम में कितना यूरेनियम चाहिए? आंकड़ों के साथ पूरी पड़ताल

नई दिल्ली। परमाणु बम, जिसे एटम बम भी कहा जाता है, एक बेहद विनाशकारी हथियार है जिसकी ताकत अणु के नाभिक में निहित ऊर्जा से निकलती है। इस बम के निर्माण में मुख्य रूप से यूरेनियम या प्लूटोनियम जैसे रेडियोधर्मी तत्वों का इस्तेमाल होता है। लेकिन सवाल यह उठता है कि एक परमाणु बम बनाने के लिए वास्तव में कितने किलो यूरेनियम की जरूरत होती है?

यूरेनियम का महत्व

यूरेनियम एक भारी धातु है, जिसका सबसे उपयोगी समस्थानिक यूरेनियम-235 (U-235) है। U-235 के नाभिक को फाड़ने (फिशन) से बड़ी मात्रा में ऊर्जा निकलती है, जो परमाणु विस्फोट का आधार है। हालांकि, प्राकृतिक यूरेनियम में U-235 की मात्र लगभग 0.7% होती है, जबकि बाकी यूरेनियम-238 होता है, जो फिशन के लिए उपयोगी नहीं है। इसलिए, परमाणु बम के लिए U-235 को उच्च स्तर पर समृद्ध (enriched) करना पड़ता है।

आवश्यक यूरेनियम की मात्रा

एक परमाणु बम के लिए आमतौर पर लगभग 15 से 25 किलो तक उच्च समृद्ध U-235 यूरेनियम की जरूरत होती है। यह मात्रा बम की डिजाइन और दक्षता पर निर्भर करती है। उदाहरण के लिए, अमेरिका के पहले परमाणु बम “लिटिल बॉय” में लगभग 64 किलोग्राम समृद्ध यूरेनियम था, लेकिन इसका विस्फोट तबाही लाने के लिए पूरा इस्तेमाल नहीं हुआ था। आधुनिक तकनीकों के कारण, अब कम मात्रा में भी अधिक शक्तिशाली बम बनाए जा सकते हैं।

डिजाइन और दक्षता का प्रभाव

परमाणु बम की कार्यप्रणाली में यूरेनियम को एक निश्चित मात्रा और विशिष्ट तरीके से व्यवस्थित करना पड़ता है ताकि एक श्रृंखला प्रतिक्रिया (chain reaction) शुरू हो सके। बम के डिजाइन में सुधार के कारण, आज के बमों में यूरेनियम की जरूरत कम हो गई है, क्योंकि ऊर्जा के रिलीज की दक्षता बढ़ी है।

सुरक्षा और वैश्विक प्रभाव

यूरेनियम की इतनी छोटी मात्रा भी वैश्विक सुरक्षा के लिए चिंता का विषय है। इसलिए, अंतरराष्ट्रीय एजेंसियां जैसे IAEA (International Atomic Energy Agency) इस पदार्थ की निगरानी और नियंत्रण में लगी हैं। यूरेनियम की उपलब्धता और उसके समृद्धिकरण पर कड़े नियम बनाए गए हैं ताकि परमाणु हथियारों के प्रसार को रोका जा सके।

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