अगर दिखें ये 4 लक्षण, तो समझिए यूरिक एसिड तेजी से बढ़ रहा है

हेल्थ डेस्क। आज की तेज़ रफ्तार जीवनशैली, असंतुलित आहार और शारीरिक गतिविधियों की कमी ने कई बीमारियों को आम बना दिया है। इन्हीं में से एक है शरीर में यूरिक एसिड का असंतुलन। जब यह रासायनिक तत्व खून में ज़रूरत से ज़्यादा बनने लगता है, तो यह जोड़ों में जमा होकर गठिया (गाउट) जैसी समस्याएं पैदा कर सकता है।

विशेषज्ञों के अनुसार, यदि समय रहते यूरिक एसिड के बढ़ने के संकेतों को पहचाना न जाए, तो यह दीर्घकालिक स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। आइए जानते हैं ऐसे ही चार प्रमुख लक्षण, जिनसे संकेत मिलता है कि शरीर में यूरिक एसिड का स्तर असामान्य रूप से बढ़ रहा है।

1. जोड़ों में तेज़ दर्द और सूजन

सबसे सामान्य और स्पष्ट लक्षण है—जोड़ों में अचानक और तीव्र दर्द, विशेषकर अंगूठे के जोड़ में। यह दर्द अक्सर रात के समय और बिना किसी बड़ी वजह के उभरता है। साथ ही, प्रभावित स्थान पर सूजन और लालिमा देखी जा सकती है।

2. बार-बार मूत्र में जलन

यूरिक एसिड शरीर से यूरिन के माध्यम से निकलता है। जब इसका स्तर अधिक हो जाता है, तो गुर्दे (किडनी) पर दबाव बढ़ता है और पेशाब में जलन या बार-बार पेशाब आने की समस्या हो सकती है। कभी-कभी यह किडनी स्टोन का भी संकेत हो सकता है।

3. थकान और कमजोरी महसूस होना

यूरिक एसिड बढ़ने से शरीर में सूजन और संक्रमण की संभावना बढ़ जाती है, जिससे व्यक्ति को लगातार थकान, मांसपेशियों में जकड़न और आलस्य महसूस हो सकता है।

4. त्वचा पर लाल दाने या खुजली

कभी-कभी यूरिक एसिड का असंतुलन त्वचा पर भी असर डालता है। यदि त्वचा पर बार-बार लाल चकत्ते, खुजली या सूजन जैसी समस्या दिखे, तो यह संकेत हो सकता है कि अंदरूनी रूप से शरीर असंतुलन से जूझ रहा है।

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