1. एलर्जी से ग्रसित लोग
बैंगन में नाइट्रेट्स और हिस्टामिन नामक तत्व होते हैं जो कुछ लोगों में एलर्जी की प्रतिक्रिया को तेज कर सकते हैं। त्वचा पर लाल चकत्ते, खुजली, गले में खराश या सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षण बैंगन से एलर्जी का संकेत हो सकते हैं। ऐसे लोगों को बैंगन से पूरी तरह परहेज़ करना चाहिए।
2. अर्थराइटिस या जोड़ों के दर्द से पीड़ित
बैंगन नाइटशेड फैमिली की सब्जी है, जिसमें सोलानिन नामक रसायन पाया जाता है। यह रसायन शरीर में सूजन और जोड़ों के दर्द को बढ़ा सकता है। विशेषकर उन लोगों को जो पहले से ही अर्थराइटिस जैसी समस्या से जूझ रहे हैं, बैंगन से परहेज़ करना चाहिए।
3. बवासीर के रोगी
बवासीर के मरीजों के लिए बैंगन की सब्जी का सेवन आमतौर पर अच्छा नहीं माना जाता है। बैंगन में कुछ ऐसे तत्व होते हैं जो पाचन तंत्र को प्रभावित कर सकते हैं और कब्ज पैदा कर सकते हैं, जिससे बवासीर के लक्षण और खराब हो सकते हैं। बैंगन पित्त और वात दोष को बढ़ाता है, जिससे बवासीर के मरीजों में दर्द और सूजन बढ़ सकती है।
4. किडनी से संबंधित रोगी
बैंगन में पोटैशियम की मात्रा अच्छी-खासी होती है, जो सामान्य रूप से तो फायदेमंद है, लेकिन किडनी से जुड़ी समस्याओं से पीड़ित मरीजों के लिए घातक हो सकता है। अधिक पोटैशियम किडनी पर अतिरिक्त दबाव डाल सकता है, जिससे स्थिति और बिगड़ सकती है।
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