चार पावन सोमवार, शिव भक्ति का अनमोल अवसर
सावन में सोमवार व्रत का विशेष महत्व होता है। इस वर्ष श्रावण मास में कुल चार सावन सोमवार आएंगे: 14 जुलाई, 21 जुलाई, 28 जुलाई, 4 अगस्त। मान्यता है कि सावन के सोमवार को व्रत रखने और भगवान शिव का जलाभिषेक करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं, विशेषकर विवाह की इच्छा रखने वालों के लिए यह अत्यंत फलदायी माना गया है।
धार्मिक आयोजन और त्यौहार
श्रावण मास में कई महत्वपूर्ण व्रत व त्यौहार आते हैं। इस बार श्रावण में ये प्रमुख तिथियां रहेंगी:
हरियाली तीज – 30 जुलाई
नाग पंचमी – 5 अगस्त
रक्षाबंधन – 9 अगस्त (श्रावण पूर्णिमा)
कांवड़ यात्रा: आस्था की गूंज
सावन के साथ ही कांवड़ यात्रा भी आरंभ हो जाती है। देशभर से शिव भक्त, विशेषकर उत्तर भारत में, गंगाजल लाकर शिवलिंग का अभिषेक करते हैं। यह यात्रा श्रावण के पहले दिन यानी 11 जुलाई से शुरू होकर श्रावण पूर्णिमा (9 अगस्त) तक चलेगी।
धार्मिक महत्व
सावन मास को देवों के देव महादेव का प्रिय माह माना गया है। स्कंद पुराण सहित कई धर्मग्रंथों में इस माह को “शिव भक्ति का सर्वश्रेष्ठ काल” बताया गया है। इस दौरान जलाभिषेक, रुद्राभिषेक, महामृत्युंजय जाप व रात्रि जागरण आदि से आध्यात्मिक लाभ मिलता है।
0 comments:
Post a Comment