शिक्षकों को मिलेगा तीन जिलों का विकल्प
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विभाग को आदेश दिए हैं की जिन शिक्षकों को अंतर जिला ट्रांसफर की आवश्यकता है, उनसे उनकी पसंद के तीन जिलों के विकल्प मांगे जाएं। इसके बाद चयनित तीन जिलों में से किसी एक जिले में उनका पदस्थापन किया जाएगा। यह प्रक्रिया शिक्षकों की पारिवारिक और व्यक्तिगत जरूरतों को ध्यान में रखते हुए बनाई गई है, जिससे वे अपने कार्यस्थल और परिवार दोनों के प्रति संतुलन बनाए रख सकें।
जिला स्तर पर होगा स्थान चयन
मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि जिले के भीतर शिक्षक की पोस्टिंग संबंधित जिला पदाधिकारी की अध्यक्षता वाली समिति द्वारा की जाएगी। इसका मकसद यह है कि शिक्षकों की नियुक्ति यथासंभव उनकी पसंद के प्रखंड या उसके नजदीकी क्षेत्रों में की जा सके, जिससे उन्हें रोजाना की आवाजाही में कठिनाई न हो।
शिक्षकों से सहयोग की अपील
नीतीश कुमार ने अपने संदेश में शिक्षकों से अपील की कि वे इस प्रक्रिया को लेकर चिंतित न हों और राज्य के बच्चों की शिक्षा को लेकर समर्पित भाव से कार्य करते रहें। उन्होंने कहा कि शिक्षक ही समाज और भविष्य निर्माण की नींव हैं, और सरकार उनकी समस्याओं के प्रति पूरी तरह संवेदनशील है।
विभाग ने जारी किए निर्देश
इस निर्णय के बाद शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ ने सभी जिला पदाधिकारी (DM) और जिला शिक्षा पदाधिकारी (DEO) को पत्र लिखकर निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने स्पष्ट किया है कि सभी शिक्षकों से जुड़ी शिकायतों की समीक्षा 31 अगस्त 2025 तक पूरी कर ली जाए, और स्थानांतरण की कार्रवाई 1 सितंबर से 10 सितंबर 2025 के बीच पूरी की जानी है।
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