प्रशिक्षण और तैयारी
सिकटी प्रखंड मुख्यालय के सभा भवन में इस अभियान की सफलता सुनिश्चित करने के लिए एक प्रशिक्षण सत्र आयोजित किया गया, जिसमें राजस्व कर्मचारी, अंचल अमीन, सर्वे अमीन, डेटा एंट्री ऑपरेटर, पंचायत सचिव और विकास मित्र शामिल हुए। प्रशिक्षण की निगरानी बीडीओ परवेज आलम और आरओ सतीश कुमार ने की, जबकि मास्टर ट्रेनर के रूप में सिकटी सीओ मनीष कुमार चौधरी और कुर्साकाटा सीओ आलोक कुमार ने महत्वपूर्ण जानकारियाँ साझा कीं।
क्या-क्या होगा इस अभियान में
जमाबंदी त्रुटि सुधार:इसमें रैयत (किसान/भूमि स्वामी) के नाम, खाता संख्या, खेसरा, रकबा और लगान संबंधी गड़बड़ियों को ठीक किया जाएगा।
उत्तराधिकार नामांतरण: किसी रैयत की मृत्यु के बाद उसकी ज़मीन उत्तराधिकारियों के नाम वंशावली के आधार पर दर्ज की जाएगी।
बंटवारा नामांतरण: संयुक्त जमीनों के आपसी सहमति, कोर्ट के आदेश या रजिस्ट्री के अनुसार हिस्सेदारों के नाम से अलग-अलग रिकॉर्ड तैयार किए जाएंगे।
कैसे पहुंचेगा अभियान आपके द्वार
राजस्व विभाग की टीम 16 अगस्त से 20 सितंबर के बीच गांव-गांव जाकर घर-घर जमाबंदी की प्रति और आवेदन प्रपत्र वितरित करेगी। हर पंचायत में एक सरकारी भवन या पंचायत सरकार भवन पर शिविर का आयोजन किया जाएगा, जहाँ लोग अपनी जमीन से जुड़ी जानकारी भरकर जमा कर सकेंगे।
तीन चरणों में पूरा होगा कार्य
यह अभियान तीन चरणों में संपन्न होगा:
पहला चरण: दस्तावेज़ों का वितरण और आवेदन एकत्र करना
दूसरा चरण: प्राप्त आवेदनों की जांच और सुधार
तीसरा चरण: सुधरे हुए दस्तावेजों का वितरण
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