सख्ती के साथ जागरूकता पर भी ज़ोर
इस निर्णय के पीछे उद्देश्य साफ है बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करना और सड़क पर बढ़ती लापरवाही को नियंत्रित करना। डीएम ने निर्देश दिए कि स्कूलों में रोड सेफ्टी क्लब के माध्यम से छात्रों को दोपहिया वाहन ना चलाने के लिए प्रेरित किया जाए और उन्हें सड़क सुरक्षा की शपथ भी दिलाई जाए।
इसके साथ ही, जिले में सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक विभिन्न स्थलों पर हेलमेट और सीटबेल्ट की चेकिंग की जाएगी। डीएम ने परिवहन और पुलिस विभाग को निर्देशित किया कि ओवर स्पीड और ओवरलोडिंग जैसे मामलों पर सख्त कार्रवाई हो और जुर्माना वसूला जाए।
रैली, नुक्कड़ नाटक से जमीनी स्तर पर जागरूकता
सिर्फ आदेश जारी कर देने से समाधान नहीं होगा, इसलिए डीएम ने शिक्षा, पुलिस और परिवहन विभाग को निर्देश दिए कि सड़क किनारे जागरूकता रैली, नुक्कड़ नाटक और अन्य कार्यक्रमों के जरिए आम जनता, खासकर स्कूली बच्चों में सड़क सुरक्षा के प्रति समझ विकसित की जाए।
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