सुपरफूड हैं ये छोटे बीज: कैंसर, डायबिटीज समेत 7 रोग करें दूर

हेल्थ डेस्क। उत्तर भारत में बरसात के मौसम में मिलने वाला जामुन न केवल स्वादिष्ट फल है, बल्कि इसका बीज भी औषधीय गुणों से भरपूर होता है। आयुर्वेद और आधुनिक विज्ञान दोनों ही जामुन के बीज को सुपरफूड की श्रेणी में रखते हैं। खासकर डायबिटीज, कैंसर, हाई ब्लड प्रेशर, पाचन संबंधी समस्याओं, त्वचा रोग, हृदय रोग और सूजन जैसी कई गंभीर बीमारियों में इसके सेवन को लाभकारी माना गया है।

क्या है जामुन के बीज का महत्त्व?

जामुन का बीज छोटे आकार का भले ही हो, लेकिन इसके भीतर छिपे पोषक तत्व शरीर को कई स्तर पर फायदा पहुंचाते हैं। बीज में जैम्बोलिन, एल्कलॉइड्स, फ्लेवोनॉइड्स, फेनोलिक यौगिक, कैल्शियम, फास्फोरस और आयरन जैसे तत्व पाए जाते हैं जो कई रोगों की रोकथाम में सहायक होते हैं।

आइए जानें जामुन के बीज के 7 प्रमुख फायदे:

1. डायबिटीज पर नियंत्रण

जामुन के बीज में पाए जाने वाले जैम्बोलिन और जैम्बोसीन जैसे यौगिक रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। बीज का चूर्ण बनाकर रोजाना सेवन करने से टाइप-2 डायबिटीज के मरीजों को विशेष लाभ मिल सकता है।

2. कैंसर की रोकथाम

बीज में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट्स और फ्लेवोनॉइड्स कोशिकाओं में फ्री रेडिकल्स के प्रभाव को कम करते हैं, जिससे कैंसर जैसे रोगों की संभावना घटती है।

3. पाचन तंत्र को सुधारता है

यह बीज पाचन को दुरुस्त करता है और दस्त, गैस, एसिडिटी जैसी समस्याओं में राहत देता है। इसका चूर्ण आंतों की सफाई में भी सहायक होता है।

4. हृदय स्वास्थ्य में लाभकारी

बीज में मौजूद तत्व कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने और रक्तचाप को संतुलित रखने में मदद करते हैं, जिससे हृदय रोगों की आशंका कम होती है।

5. त्वचा रोगों से राहत

जामुन का बीज एंटी-बैक्टीरियल गुणों से भरपूर होता है। यह एक्ने, एक्जिमा और स्किन एलर्जी जैसी समस्याओं में फायदेमंद माना जाता है।

6. मूत्र रोगों में उपयोगी

यह बीज मूत्रवर्धक गुणों से भरपूर होता है, जो किडनी को डिटॉक्स करने में मदद करता है। यह मूत्र संबंधी संक्रमण और जलन में भी राहत देता है।

7. सूजन और दर्द में आराम

बीज में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण शरीर में आई सूजन को कम करने में सहायक होते हैं। गठिया और जोड़ों के दर्द में यह कारगर हो सकता है।

कैसे करें सेवन?

जामुन के बीज को इकट्ठा कर छाया में सुखा लें और फिर पीसकर महीन चूर्ण बना लें। इस चूर्ण का सेवन दिन में एक या दो बार पानी या छाछ के साथ किया जा सकता है। डायबिटीज मरीज इसे डॉक्टर की सलाह अनुसार नियमित रूप से ले सकते हैं।

सावधानी भी ज़रूरी

हालांकि जामुन के बीज प्राकृतिक और सुरक्षित माने जाते हैं, फिर भी किसी भी प्रकार के रोग में इसका सेवन करने से पहले चिकित्सकीय सलाह लेना आवश्यक है। गर्भवती महिलाएं या गंभीर रोगों से जूझ रहे व्यक्ति इसका सेवन बिना परामर्श न करें।

0 comments:

Post a Comment