इन्हीं औषधियों में एक नाम तेजी से लोकप्रिय हो रहा है — गुड़मार, जिसे वैज्ञानिक भाषा में Gymnema Sylvestre कहा जाता है। यह पौधा मधुमेह के नियंत्रण में बेहद प्रभावी माना जाता है, और इसके पत्ते डायबिटीज के मरीजों के लिए किसी प्राकृतिक वरदान से कम नहीं हैं।
गुड़मार क्या है?
गुड़मार एक आयुर्वेदिक औषधीय पौधा है, जिसे “शर्करा नाशक” भी कहा जाता है। इसका नाम ही इसकी विशेषता को दर्शाता है — यह शरीर में शर्करा (ग्लूकोज) के स्तर को कम करने में मदद करता है। इसके पत्तों में पाए जाने वाले जिम्नेमिक एसिड (Gymnemic Acid) मिठास के स्वाद को दबाने का कार्य करते हैं और चीनी के प्रति लालसा को कम करते हैं।
डायबिटीज मरीजों के लिए गुड़मार के 7 बड़े फायदे
1. ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करना
गुड़मार के पत्तों में मौजूद जिम्नेमिक एसिड आंतों में चीनी के अवशोषण को कम करता है। इससे खून में ग्लूकोज का स्तर स्थिर रहता है।
2. इंसुलिन के प्रभाव को बढ़ाना
कुछ अध्ययनों में पाया गया है कि गुड़मार का सेवन शरीर की इंसुलिन संवेदनशीलता को बेहतर करता है, जिससे टाइप-2 डायबिटीज के मरीजों को लाभ हो सकता है।
3. मीठे की लालसा कम करना
गुड़मार जीभ के मीठे स्वाद के रिसेप्टर्स को अवरुद्ध करता है। इससे मिठाई और मीठे पदार्थों की इच्छा कम हो जाती है, जिससे ओवरईटिंग पर भी कंट्रोल रहता है।
4. वजन घटाने में मदद
मीठे की क्रेविंग कम होने और कार्बोहाइड्रेट के अवशोषण में रुकावट आने से वजन कम करने में भी मदद मिलती है, जो डायबिटीज मरीजों के लिए जरूरी है।
5. कोलेस्ट्रॉल को करें कम
कुछ शोध यह भी बताते हैं कि गुड़मार का सेवन रक्त में खराब कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स के स्तर को भी कम कर सकता है।
6. एंटीऑक्सिडेंट गुण
गुड़मार में मौजूद फ्लेवोनोइड्स और टैनिन्स शरीर में ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करते हैं, जो डायबिटीज के कई जटिलताओं का कारण होता है।
7. प्राकृतिक और सुरक्षित विकल्प
गुड़मार एक नेचुरल हर्ब है और इसके साइड इफेक्ट्स भी बहुत कम माने जाते हैं, विशेषकर यदि इसे सही मात्रा में और सही समय पर लिया जाए।
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