8वें वेतन आयोग: विभिन्न पे-ग्रेड में कितनी बढ़ेगी सैलरी?

नई दिल्ली। भारत सरकार द्वारा 8वें वेतन आयोग को हरी झंडी दिए जाने के बाद अब देशभर के केंद्रीय सरकारी कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को 2026 से वेतन और पेंशन में बड़े बदलाव की उम्मीद है। इससे करीब 1 करोड़ से अधिक कर्मचारी और रिटायर पेंशनर्स सीधे लाभान्वित होंगे।

इस रिपोर्ट में हम 8वें वेतन आयोग के तहत फिटमेंट फैक्टर में संभावित वृद्धि के आधार पर यह समझने की कोशिश करेंगे कि विभिन्न पे-ग्रेड (Pay Grades) में कितनी सैलरी बढ़ सकती है और किस स्तर पर कुल टेक-होम सैलरी क्या हो सकती है।

फिटमेंट फैक्टर क्या होता है?

फिटमेंट फैक्टर एक ऐसा गुणांक (multiplier) होता है जिससे 7वें वेतन आयोग के बेसिक पे को गुणा कर के नए वेतन आयोग के तहत वेतन तय किया जाता है। 7वें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर 2.57 था 8वें वेतन आयोग के लिए अनुमानित फिटमेंट फैक्टर 2.86 (प्रस्तावित) हैं। यदि यह प्रस्ताव स्वीकार होता है, तो ₹18,000 का न्यूनतम बेसिक पे बढ़कर ₹51,480 हो सकता है।

विभिन्न पे-ग्रेड में संभावित वेतन वृद्धि

पे-ग्रेड 2000 (लेवल-3)

मौजूदा मूल वेतन: ₹20,000 (अनुमानित)

फिटमेंट फैक्टर 2.86 के अनुसार: ₹57,200

भत्तों सहित ग्रोस सैलरी: ₹74,845

कटौती के बाद टेक-होम सैलरी: ₹68,849 (EPF, टैक्स, आदि कटौती के बाद)

पे-ग्रेड 4200 (लेवल-6)

मौजूदा मूल वेतन: ₹32,800 (अनुमानित)

संशोधित मूल वेतन (2.86 गुणा): ₹93,708

भत्तों सहित ग्रोस सैलरी: ₹1,19,798

कटौती के बाद टेक-होम सैलरी: ₹1,09,977

पे-ग्रेड 5400 (लेवल-9)

मौजूदा मूल वेतन: ₹49,000 (अनुमानित)

संशोधित मूल वेतन (2.86 गुणा): ₹1,40,220

भत्तों सहित ग्रोस सैलरी: ₹1,81,073

कटौती के बाद टेक-होम सैलरी: ₹1,66,401

भत्तों में संभावित बदलाव

8वें वेतन आयोग में केवल बेसिक वेतन ही नहीं, बल्कि भत्तों की भी समीक्षा की जाएगी। इनमें खासतौर से शामिल हैं: हाउस रेंट अलाउंस (HRA), मेट्रो शहरों के लिए HRA दरें बढ़ाई जा सकती हैं। गैर-मेट्रो और ग्रामीण क्षेत्रों के लिए अलग स्ट्रक्चर तय होने की संभावना।

यात्रा भत्ता (TA) कर्मचारी की तैनाती और यात्रा की आवृत्ति के आधार पर अलग-अलग कैलकुलेशन होगा। इसके अलावा Fix Medical Allowance (FMA) ₹1,000 से बढ़ाकर ₹3,000 प्रति माह करने का प्रस्ताव SCOVA बैठक में पारित हो चुका है।

0 comments:

Post a Comment