1 परमाणु बम के लिए कितना यूरेनियम? ईरान ने 400KG किया गायब

न्यूज डेस्क। मध्य पूर्व में पहले से ही तनाव का माहौल और अधिक गंभीर हो गया जब हाल ही में अमेरिकी हवाई हमलों के बाद ईरान के तीन प्रमुख परमाणु ठिकानों को गंभीर क्षति पहुंची। इसके साथ ही एक चौंकाने वाला खुलासा सामने आया—करीब 400 किलोग्राम उच्च संवर्धित यूरेनियम लापता है, जो कि 10 परमाणु बम बनाने के लिए पर्याप्त बताया जा रहा है। इस रिपोर्ट ने वैश्विक राजनीति और सुरक्षा के क्षेत्र में एक नई चिंता को जन्म दिया है।

एक परमाणु बम के लिए कितने यूरेनियम की जरूरत होती है?

परमाणु हथियार बनाने के लिए आमतौर पर यूरेनियम-235 (U-235) या प्लूटोनियम-239 का उपयोग किया जाता है। यूरेनियम को प्राकृतिक रूप में उपयोग नहीं किया जा सकता क्योंकि इसमें U-235 की मात्रा सिर्फ 0.7% होती है। हथियार-योग्य यूरेनियम में U-235 की मात्रा 90% या उससे अधिक होनी चाहिए। लेकिन विशेषज्ञों के अनुसार, यदि यूरेनियम 60% तक संवर्धित हो चुका है, तो यह हथियार-निर्माण की दिशा में एक बड़ा कदम होता है। इस स्तर से उसे 90% तक ले जाना तकनीकी रूप से अपेक्षाकृत आसान होता है।

सामान्य अनुमान के अनुसार, एक परमाणु बम बनाने के लिए 15 से 25 किलोग्राम उच्च संवर्धित यूरेनियम की आवश्यकता होती है, निर्भर करता है डिजाइन और उपयोग की जाने वाली तकनीक पर। इस लिहाज से, 400 किलोग्राम यूरेनियम से 10 से ज्यादा परमाणु हथियार बनाए जा सकते हैं।

क्या हुआ ईरान में?

सीएनएन की एक रिपोर्ट के अनुसार, ईरान करीब तीन वर्षों में परमाणु बम बना सकता था। लेकिन इजरायल के साथ जारी युद्ध के बीच अमेरिका ने कड़ा रुख अपनाते हुए ईरान के तीन मुख्य परमाणु ठिकानों—जिसमें फोर्दो परमाणु फैसिलिटी प्रमुख है—पर हवाई हमले किए। अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने एबीसी न्यूज को दिए गए इंटरव्यू में कहा कि ये हमले "रणनीतिक और आवश्यक" थे।

यूरेनियम के गायब होने के मायने

यूरेनियम का इस तरह गायब होना केवल ईरान और अमेरिका के बीच के टकराव तक सीमित मामला नहीं है। यह वैश्विक सुरक्षा के लिए एक गंभीर खतरे का संकेत है। यदि यह यूरेनियम किसी अज्ञात स्थान पर सुरक्षित है, तो यह स्पष्ट करता है कि ईरान पहले से ही परमाणु हथियारों की दिशा में ठोस तैयारी कर रहा था।

क्या ईरान अब भी परमाणु हथियार बना सकता है?

अमेरिकी प्रशासन का दावा है कि हमलों के बाद ईरान की परमाणु उत्पादन क्षमता "काफी हद तक नष्ट" हो गई है। लेकिन विशेषज्ञ मानते हैं कि यूरेनियम स्टॉक और तकनीकी ज्ञान के रहते, ईरान फिर से निर्माण कार्य शुरू कर सकता है। ईरान के परमाणु वैज्ञानिकों की क्षमताओं को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता, और यदि वे सुरक्षित स्थानों पर काम जारी रखते हैं, तो परमाणु हथियारों तक पहुंच की संभावना बनी रहती है।

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