तेजस मार्क-2 की खासियतें
तेजस मार्क-2, हल्के वजन और अत्याधुनिक तकनीक से लैस है। इसका डिजाइन पूरी तरह से भारतीय वैज्ञानिकों और इंजीनियरों द्वारा तैयार किया गया है, जिसमें उच्च प्रदर्शन वाला इंजन, उन्नत एवियोनिक्स, डिजिटल फ्लाई-बाय-वायर कंट्रोल सिस्टम और बेहतर हथियार प्रणाली शामिल हैं। इसकी बहु-भूमिका क्षमता इसे दुश्मनों के लिए एक चुनौतीपूर्ण विरोधी बनाती है। इसकी पहली उड़ान 2026 में संभव है।
क्यों है तेजस मार्क-2 ‘Game Changer’?
1 .उन्नत तकनीक: तेजस मार्क-2 में शामिल नवीनतम रडार, सेंसर और इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सिस्टम इसे शत्रु की निगरानी से बचने में सक्षम बनाते हैं।
2 .आत्मनिर्भरता: यह विमान पूरी तरह से भारत में निर्मित है, जिससे रक्षा क्षेत्र में विदेशी निर्भरता कम होती है और रक्षा उत्पादन में आत्मनिर्भरता बढ़ती है।
3 .कम लागत, अधिक क्षमता: तेजस मार्क-2 को कम लागत पर विकसित किया गया है, जिससे यह भारतीय वायुसेना के लिए आर्थिक रूप से भी फायदेमंद साबित होगा।
4 .बेहतरीन मल्टीरोल क्षमता: यह विमान वायु, भूमि और समुद्र से जुड़ी हर तरह की लड़ाई में सक्षम है, जिससे यह किसी भी ऑपरेशन के लिए उपयुक्त विकल्प बनता है।
भविष्य की उड़ान
तेजस मार्क-2 की उड़ान भारतीय वायुसेना को तकनीकी रूप से नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी। इस विमान के शामिल होने से वायुसेना के बेड़े में ताकत और लचीलापन आएगा, जिससे भारत की हवाई सुरक्षा मजबूत होगी। इसके साथ ही यह विमान भारत को एशिया और विश्व स्तर पर एक महाशक्ति के रूप में स्थापित करने में मदद करेगा।
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