बिहार विधानसभा चुनाव 2025: सर्वे ने सबसे चौकाया

पटना। बिहार की राजनीति एक बार फिर करवट लेने को तैयार है। आगामी बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर सियासी हलचल तेज हो गई है। इस बीच एक ताज़ा ओपिनियन पोल ने राजनीतिक विश्लेषकों और दलों को चौंका दिया है। पोल ट्रैकर द्वारा कराए गए इस सर्वे के अनुसार, राज्य में महागठबंधन (RJD, कांग्रेस और वाम दल) को स्पष्ट बहुमत मिलने की संभावना जताई गई है, जबकि एनडीए (BJP, JDU और अन्य सहयोगी दल) को पिछली बार की तुलना में नुकसान हो सकता है।

सर्वे के मुख्य बिंदु:

सर्वे अवधि: 15 मार्च से 5 जून 2025

सैंपल साइज: 5 लाख+ मतदाता

कुल सीटें: 243

बहुमत का आंकड़ा: 122 सीटें

किसे कितनी सीटें मिलने का अनुमान?

गठबंधन / पार्टी:  अनुमानित सीटें:  वोट प्रतिशत

महागठबंधन (RJD+Congress+Left): 126: 44.2%

एनडीए (BJP+JDU+Others): 112: अनुमानित 41–42%

जन सुराज पार्टी (प्रशांत किशोर): 1: 2.7%

अन्य: 4

बदलता जनमत: क्यों पीछे छूट सकता है एनडीए?

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए भले ही सत्ता में हो, लेकिन जनमानस में अब थकावट और बदलाव की मांग साफ देखी जा रही है। सर्वे संकेत देता है कि तेजस्वी यादव की अगुवाई में महागठबंधन को युवाओं और ग्रामीण मतदाताओं का अधिक समर्थन मिल रहा है। वहीं, BJP और JDU के बीच सीटों के बंटवारे, पिछली नीतियों से जुड़ी नाराजगी और बेरोजगारी जैसे मुद्दे एनडीए की मुश्किलें बढ़ा सकते हैं।

प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी: सीमित असर

प्रशांत किशोर, जो लंबे समय तक चुनावी रणनीति के मास्टरमाइंड रहे, अब खुद मैदान में हैं। लेकिन उनके राजनीतिक पदार्पण को लेकर मतदाताओं में अभी भरोसे की कमी दिख रही है। जन सुराज पार्टी को सिर्फ 1 सीट और 2.7% वोट मिलने का अनुमान है, जो संकेत देता है कि पीके को अभी लंबा रास्ता तय करना होगा।

पोल ट्रैकर का यह सर्वे बताता है कि बिहार में सत्ता परिवर्तन की लहर चल सकती है। अगर यही रुझान मतदान तक बरकरार रहा, तो तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री पद की रेस में सबसे आगे होंगे। हालांकि, असली तस्वीर तो चुनाव परिणाम आने के बाद ही साफ होगी।

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