भारत-रूस की रक्षा साझेदारी में मजबूती
पीटीआई से बातचीत में बाबुश्किन ने कहा कि भारत और रूस की साझेदारी दशकों पुरानी और मजबूत है। उन्होंने कहा कि एयर डिफेंस सिस्टम के क्षेत्र में दोनों देशों के बीच सहयोग लगातार जारी रहेगा। उन्होंने यह भी बताया कि रूस, भारत के साथ एयर डिफेंस टेक्नोलॉजी को लेकर और गहन बातचीत को तैयार है।
S-400: भारत का एयर डिफेंस कवच
S-400 ट्रायम्फ मिसाइल सिस्टम दुनिया की सबसे उन्नत लंबी दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली प्रणाली मानी जाती है। यह प्रणाली दुश्मन के फाइटर जेट, ड्रोन, मिसाइल और अन्य हवाई खतरों को 400 किमी तक की दूरी से नष्ट करने में सक्षम है। भारत ने वर्ष 2018 में रूस के साथ 5.43 बिलियन डॉलर की डील साइन की थी, जिसके तहत कुल पांच S-400 सिस्टम भारत को मिलने थे। अब तक तीन सिस्टम भारत को मिल चुके हैं और इन्हें पश्चिमी और उत्तरी सीमाओं पर तैनात किया गया है।
भारत-पाक तनाव के दौरान साबित हुआ S-400 का दम
बाबुश्किन ने इस बात का भी खुलासा किया कि भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव के दौरान S-400 ने पाकिस्तानी ड्रोन और मिसाइलों को हवा में ही सफलतापूर्वक नष्ट किया था। इस घटना ने भारत की वायु सुरक्षा को नई मजबूती दी और यह साबित किया कि S-400 भारत के लिए एक "गेम चेंजर" साबित हो रहा है।
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