आपको बता दें की शिक्षा विभाग के उप सचिव अमित कुमार ने सोमवार को इस संबंध में एक पत्र सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को भेजा है। पत्र में स्पष्ट किया गया है कि अवकाश की अवधि के दौरान महिला शिक्षकों का वेतन प्रभावित नहीं होगा।
दरअसल सरकार का यह निर्णय महिला शिक्षकों के लिए काफी राहतदायक माना जा रहा है, खासकर उनके परिवार और बच्चों की देखभाल की जिम्मेदारियों के संदर्भ में। यह पहल केंद्र सरकार की तर्ज पर राज्य सरकार द्वारा लागू की गई है।
क्या मिलेगा छुट्टी में?
मातृत्व अवकाश: 6 महीने (180 दिन), वेतन सहित
बच्चों की देखभाल अवकाश: दो बच्चों तक, कुल 2 साल (730 दिन), वेतन सहित
शर्त: देखभाल अवकाश सेवा अवधि के दौरान दो बार में ली जा सकती है।
राज्य की महिला शिक्षकों ने सरकार के इस कदम का स्वागत किया है। उनका कहना है कि इससे न सिर्फ शिक्षिकाओं को मानसिक सुकून मिलेगा, बल्कि कार्य-जीवन संतुलन बेहतर हो सकेगा। शिक्षिका संघों ने इसे महिला सशक्तिकरण की दिशा में महत्वपूर्ण पहल बताया है।
शिक्षा विभाग की मंशा
शिक्षा विभाग का मानना है कि महिला कर्मचारियों को मातृत्व और बच्चों की देखभाल के लिए पर्याप्त समय और सुविधा मिलनी चाहिए ताकि वे कार्यस्थल पर अधिक प्रभावी ढंग से कार्य कर सकें। इस कदम से महिलाओं को शिक्षा क्षेत्र में करियर को लेकर भी प्रोत्साहन मिलेगा।
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