इन देशों के पास स्पेस में हमला करने वाली मिसाइलें

नई दिल्ली। जैसे-जैसे तकनीक का विकास हो रहा है, वैसे-वैसे अंतरिक्ष (स्पेस) में सुरक्षा और हमले की क्षमता बढ़ती जा रही है। अब केवल पृथ्वी पर ही नहीं, बल्कि अंतरिक्ष में भी देशों के बीच टकराव की संभावनाएं तेज हो रही हैं। कई शक्तिशाली देश स्पेस में हमले करने वाली मिसाइलों और हथियारों का विकास कर चुके हैं, जिससे वैश्विक सुरक्षा पर बड़ा संकट मंडरा रहा है।

कौन-कौन से देश रखते हैं स्पेस वारफेयर तकनीक?

1 .अमेरिका: अमेरिका स्पेस युद्ध तकनीक में सबसे आगे है। इसकी ‘स्पेस फोर्स’ और विभिन्न एंटी-सैटेलाइट (ASAT) मिसाइलें स्पेस में दुश्मन के उपग्रहों को नष्ट करने की क्षमता रखती हैं। अमेरिका ने कई बार परीक्षण कर यह दिखाया है कि वह स्पेस में दुश्मनों के सिस्टम को निष्क्रिय कर सकता है।

2 .रूस: रूस भी स्पेस वारफेयर तकनीक में अमेरिका को कड़ी टक्कर दे रहा है। रूस के पास ऐसे हथियार हैं जो उपग्रहों और स्पेस सिस्टम को निशाना बना सकते हैं। रूस ने हाल के वर्षों में अपने स्पेस हथियारों को और आधुनिक बनाया है।

3 .चीन: चीन ने भी स्पेस में हमला करने वाली मिसाइलों और एंटी-सैटेलाइट सिस्टम्स का विकास कर लिया है। चीन के ये हथियार न केवल उपग्रहों को निशाना बना सकते हैं, बल्कि स्पेस में अपनी सैन्य मौजूदगी भी बढ़ा रहे हैं। चीन का स्पेस प्रोग्राम तेज़ी से बढ़ रहा है, जो इसे इस क्षेत्र में एक प्रमुख ताकत बनाता है।

4 .भारत: भारत ने भी एंटी-सैटेलाइट मिसाइल का सफल परीक्षण किया है, जिसे ‘मिशन शक्ति’ के नाम से जाना जाता है। यह मिसाइल किसी भी संभावित खतरे से भारतीय उपग्रहों को बचाने में सक्षम है। भारत की यह क्षमता इसे स्पेस सुरक्षा में मजबूत खिलाड़ी बनाती है।

इजराइल और फ्रांस:

एक रिपोर्ट के मुताबिक कुछ अन्य देश भी स्पेस युद्ध के हथियार विकसित कर रहे हैं, जिनमें इजराइल और फ्रांस शामिल हैं। ये देश स्पेस में अपनी सुरक्षा के लिए तकनीकी सुधारों में लगे हुए हैं।  स्पेस में हमले की क्षमता विकसित करना अब देशों की सुरक्षा नीति का अहम हिस्सा बन गया है।

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