भारत सहित अमेरिका, रूस, चीन, फ्रांस और ब्रिटेन अब इस अत्याधुनिक तकनीक को विकसित करने या पहले ही शामिल करने की दिशा में निर्णायक क़दम उठा चुके हैं। भारत ने हाल ही में अग्नि-V मिसाइल के MIRV संस्करण का सफल परीक्षण कर यह स्पष्ट संकेत दे दिया है कि वह इस रणनीतिक दौड़ में पीछे नहीं है।
MIRV तकनीक क्या है?
MIRV एक ऐसी मिसाइल प्रणाली है जो एक ही प्रक्षेपण में कई वॉरहेड्स को अलग-अलग दिशाओं में लक्षित कर सकती है। मिसाइल अंतरिक्ष में जाने के बाद वॉरहेड्स को अलग-अलग ट्रैजेक्टरी पर छोड़ती है, जिससे दुश्मन की रक्षा प्रणाली के लिए उन्हें रोक पाना बेहद कठिन हो जाता है।
भारत की बड़ी छलांग
भारत का हालिया परीक्षण अग्नि-V MIRV संस्करण के रूप में आया, जिसमें बताया गया कि एक ही मिसाइल से कई स्वतंत्र वॉरहेड छोड़े जा सकते हैं। यह तकनीक भारत को "संकट के समय में प्रतिघात" (credible second strike) की क्षमता को और मजबूत करने में सहायक होगी। भारत अपने SLBM मिसाइलों में भी MIRV तकनीक का इस्तेमाल कर रहा हैं।
वैश्विक दृष्टिकोण
अमेरिका और रूस वर्षों से MIRV तकनीक का उपयोग कर रहे हैं, विशेषकर अपने ICBM और SLBM प्रणालियों में। फ्रांस और ब्रिटेन ने भी अपने नौसैनिक बेड़े में MIRV क्षमताओं से लैस मिसाइलें शामिल की हैं। इस तकनीक के कारण वैश्विक सामरिक संतुलन अब "गुणवत्ता आधारित हथियार प्रतिस्पर्धा" की ओर बढ़ रहा है।
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