1. अलसी के बीज: ओमेगा-3 से भरपूर छोटा सुपरफूड
अलसी के बीज यानी फ्लैक्ससीड्स थायराइड के लिए बेहद फायदेमंद माने जाते हैं। इनमें ओमेगा-3 फैटी एसिड और फाइबर प्रचुर मात्रा में होता है, जो थायराइड ग्रंथि की कार्यप्रणाली को संतुलित करने में सहायक होते हैं। तरबूज और सूरजमुखी जैसे अन्य बीजों में भी ऐसे ही पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो थायराइड की सूजन और असंतुलन को कम कर सकते हैं।
कैसे लें: रोजाना 1 चम्मच पिसी हुई अलसी गुनगुने पानी, दही या स्मूदी में मिलाकर सेवन करें।
2. एप्पल साइडर विनेगर: मेटाबॉलिज्म और डिटॉक्स का दोस्त
एप्पल साइडर विनेगर (ACV) शरीर को प्राकृतिक रूप से डिटॉक्स करता है और मेटाबॉलिज्म को बेहतर बनाता है। यह इंसुलिन सेंसिटिविटी को भी सुधारता है, जिससे वजन नियंत्रण में मदद मिलती है—जो थायराइड रोगियों के लिए एक आम चुनौती होती है।
कैसे लें: एक गिलास गुनगुने पानी में 1-2 चम्मच एप्पल साइडर विनेगर मिलाकर रोज सुबह खाली पेट पिएं।
3. धनिया पानी: आयुर्वेद का सरल लेकिन असरदार नुस्खा
धनिया यानी सूखे धनिए के बीज थायराइड हार्मोन को संतुलित करने में मदद करते हैं। यह उपाय खासकर हाइपरथायरायडिज्म (थायराइड हार्मोन की अधिकता) में कारगर माना गया है। धनिया में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और खनिज तत्व हार्मोनल संतुलन बनाए रखने में सहायक होते हैं।
कैसे लें: रातभर एक चम्मच साबुत धनिया को एक गिलास पानी में भिगो दें। सुबह उसे उबालें और छानकर गुनगुना पानी खाली पेट पिएं।
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