1. मेथी
मेथी में एंटी-इन्फ्लेमेटरी और एनाल्जेसिक (दर्द निवारक) गुण होते हैं। यह मांसपेशियों की ऐंठन और नसों के दबाव को कम करने में मदद करती है। आप मेथी के बीजों को रात भर पानी में भिगोकर सुबह पानी और मेथी दोनों का सेवन कर सकते हैं। मेथी का पेस्ट बनाकर प्रभावित हिस्से पर मालिश भी लाभकारी है।
2. धनिया
धनिया न केवल भोजन का स्वाद बढ़ाता है, बल्कि इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी और दर्द निवारक गुण भी होते हैं। धनिये का पानी बनाकर पीने से नसों में सूजन और दर्द में राहत मिलती है। साथ ही धनिये के पत्ते गर्म करके प्रभावित क्षेत्र पर लगाने से भी आराम मिलता है।
3. हल्दी
हल्दी में करक्यूमिन नामक तत्व होता है, जो सूजन और दर्द कम करने में बेहद प्रभावी है। हल्दी का सेवन दूध या पानी के साथ रोजाना करने से नसों की सिकुड़न में फायदा होता है। आप हल्दी का पेस्ट बनाकर प्रभावित जगह पर लगाकर हल्की मालिश भी कर सकते हैं।
4. आंवला
आंवला विटामिन C से भरपूर होता है, जो नसों की मजबूती और मरम्मत में मदद करता है। आंवला का जूस या उसका पाउडर रोजाना सेवन करने से नसों को पोषण मिलता है और सिकुड़न कम होती है। इसके साथ ही आंवला एंटीऑक्सिडेंट का अच्छा स्रोत भी है, जो शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है।
5. पपीता
पपीता में एंजाइम पपेन होता है जो सूजन और दर्द को कम करने में मदद करता है। पपीते के पत्तों को हल्का गर्म करके प्रभावित हिस्से पर लगाने से नसों की सिकुड़न में राहत मिलती है। इसके अलावा पपीता खाने से भी शरीर को जरूरी पोषण मिलता है, जो नसों की सेहत के लिए अच्छा है।
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