क्या है अस्त्र MkIII 'गांडीव'?
अस्त्र MkIII एक एडवांस्ड बियॉन्ड-विजुअल-रेंज एयर-टू-एयर मिसाइल (BVRAAM) है, जिसकी रेंज 300 से 350 किलोमीटर तक है। यह मिसाइल विशेष रूप से लंबी दूरी से दुश्मन के हाई-वैल्यू टारगेट्स जैसे स्टील्थ फाइटर जेट, बॉम्बर्स और AEW&C (Airborne Early Warning and Control) सिस्टम को भेदने के लिए डिजाइन की गई है। 'गांडीव' शब्द ही इस मिसाइल की आक्रामक और निर्णायक क्षमता का प्रतीक है—महाभारत में अर्जुन का धनुष, जो युद्ध में विजय का सबसे प्रमुख अस्त्र था, अब भारतीय वायुसेना की रणनीतिक शक्ति का आधुनिक रूप बन चुका है।
रामजेट तकनीक: युद्ध के नए आयाम
अस्त्र MkIII का दिल है इसका सॉलिड फ्यूल डक्टेड रामजेट (SFDR) इंजन, जो इसे पारंपरिक रॉकेट मोटर्स की तुलना में कहीं अधिक कुशल बनाता है। यह इंजन वायुमंडलीय ऑक्सीजन का उपयोग करता है, जिससे सुपरसोनिक गति (Mach 4.5 तक) को लंबे समय तक बनाए रखना संभव होता है। इससे मिसाइल न केवल अधिक दूरी तय कर सकती है, बल्कि यह लक्ष्य को अधिक सटीकता और शक्ति से भेदने में सक्षम होती है।
इलेक्ट्रॉनिक युद्ध में नई ताकत: AESA सीकर
अस्त्र MkIII में लगा गैलियम नाइट्राइड (GaN) आधारित AESA (Active Electronically Scanned Array) सीकर, इसे अत्याधुनिक एंटी-जैमिंग क्षमता प्रदान करता है। यह सीकर तेज़ी से बदलती परिस्थितियों में भी लक्ष्य पर लॉक बनाए रख सकता है, जिससे यह अत्यधिक इलेक्ट्रॉनिक काउंटरमेज़र्स के बावजूद प्रभावी रहता है। यह सुधार पिछले गैलियम आर्सेनाइड सीकर की तुलना में अधिक विश्वसनीयता और कार्यक्षमता सुनिश्चित करता है, खासकर हाई-टेक युद्धक्षेत्र में।
भारतीय लड़ाकू विमानों के लिए एकीकृत समाधान
गांडीव मिसाइल को IAF के प्रमुख लड़ाकू विमानों—Su-30MKI, तेजस, और संभावित रूप से राफेल और मिग-29—के साथ एकीकृत करने की योजना है। इसकी मिड-कोर्स गाइडेंस क्षमताएं और टू-वे डेटा लिंक सुविधा इसे वास्तविक समय में दिशा सुधार और रणनीति बदलने में सक्षम बनाती हैं।
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