सूर्य दोष हो तो गाय को दें गुड़
सूर्य आत्मविश्वास, नेतृत्व क्षमता और सम्मान का प्रतीक है। अगर कुंडली में सूर्य कमजोर है या पितृदोष से संबंधित समस्या है, तो रविवार के दिन गाय को गुड़ खिलाएं। इससे सूर्य का तेज बढ़ता है और आत्मबल में वृद्धि होती है।
चंद्रमा की अशांति के लिए चढ़ाएं चावल
चंद्रमा मन, भावनाएं और मानसिक संतुलन का स्वामी है। यदि मानसिक तनाव, अनिद्रा या चंचलता बनी रहती है, तो सोमवार को गाय को चावल खिलाएं। यह उपाय विशेष रूप से पूर्णिमा को करना अत्यधिक फलदायक माना जाता है।
केतु दोष हो तो गाय को दें मूंग दाल
केतु आध्यात्मिकता और रहस्यमय घटनाओं से जुड़ा ग्रह है। यदि जीवन में अचानक घटनाएं, भय, या मानसिक अव्यवस्था हो रही हो, तो गाय को उबली हुई मूंग दाल खिलाना लाभकारी होता है। यह उपाय आत्मिक शांति और संतुलन में मदद करता है।
बुध की कृपा पाने के लिए खिलाएं हरा चारा
बुध वाणी, बुद्धि और व्यापार का कारक ग्रह है। यदि बुध पीड़ित है, तो बुधवार को गाय को हरा चारा या हरा पालक खिलाएं। यह उपाय संप्रेषण क्षमता और तर्क शक्ति को बढ़ाता है, साथ ही व्यवसाय में सुधार लाता है।
बृहस्पति दोष में दें चना दाल और घी की रोटी
बृहस्पति ज्ञान, धर्म और संतान का प्रतीक है। यदि गुरु अशुभ फल दे रहा है या विवाह और संतान से जुड़ी बाधाएं हैं, तो गुरुवार को गाय को चना दाल और घी लगी रोटी दें। इससे आध्यात्मिक उन्नति और संतान संबंधी सुख प्राप्त होता है।
राहु दोष में खिलाएं सफेद तिल और रोटी
राहु भ्रम, भटकाव और छाया का ग्रह है। यदि राहु से जुड़ी समस्याएं जैसे कि भय, गलत निर्णय या सामाजिक बदनामी हो रही हो, तो बुधवार या शनिवार को गाय को सफेद तिल के साथ रोटी अर्पित करें। इससे नकारात्मक ऊर्जा का असर कम होता है।
मंगल दोष हो तो दें मसूर दाल और गुड़ की रोटी
मंगल क्रोध, ऊर्जा और साहस का ग्रह है। यदि आपकी कुंडली में मंगल अशुभ है या 'मंगल दोष' है, तो मंगलवार को गाय को मसूर दाल, गुड़ और रोटी का मिश्रण अर्पित करें। यह उपाय क्रोध नियंत्रण और रक्त संबंधी समस्याओं से राहत देता है।
शनि को शांत करने के लिए दें सरसों के तेल की रोटी
शनि न्याय, कर्म और संघर्ष का ग्रह है। यदि जीवन में लगातार रुकावटें, बीमारी या नौकरी में असफलता मिल रही है, तो शनिवार को गाय को सरसों के तेल से चुपड़ी हुई रोटी खिलाएं। यह उपाय शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या के दुष्प्रभाव को कम करता है।
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