दोहरा इंक्रीमेंट बन गया भारी
मामला वर्ष 2016 से जुड़ा है, जब कॉलेज के 17 शिक्षकों, 1 लिपिक और 3 परिचारकों ने वेतन में दोहरे इंक्रीमेंट का लाभ उठाते हुए अनियमित भुगतान प्राप्त किया। गोरखपुर सप्तम मंडल की मंडलीय आडिट टीम ने जांच कर यह फर्जीवाड़ा उजागर किया। आडिट रिपोर्ट के अनुसार इन सभी ने मिलकर विभाग को 62.84 लाख रुपये का नुकसान पहुंचाया।
जेडी गोरखपुर ने दिए वसूली के निर्देश
संयुक्त शिक्षा निदेशक (जेडी) सप्तम मंडल गोरखपुर सतीश चंद सिंह ने 30 मई को डीआईओएस कुशीनगर को पत्र भेजकर संबंधित शिक्षकों और कर्मचारियों से यह राशि 36 मासिक किस्तों में वसूलने का निर्देश दिया है। चूंकि मई माह का वेतन पहले ही जारी हो चुका था, इसलिए वसूली अब जून 2025 से शुरू की जाएगी।
जवाबतलबी और नोटिस की कार्रवाई शुरू
जेडी के आदेश के आधार पर लेखा विभाग ने संबंधित कर्मचारियों को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है। सभी पर वित्तीय अनियमितता और सरकारी धन की हानि का आरोप है। डीआईओएस कुशीनगर ने पुष्टि करते हुए कहा है कि उन्हें जेडी का पत्र अभी प्राप्त नहीं हुआ है, लेकिन रिपोर्ट के आधार पर जून माह से वसूली की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
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