सूत्रों के अनुसार, रूस ने भारत को Su-57E स्टील्थ फाइटर जेट, S-500 एयर डिफेंस सिस्टम, Tu-160 स्ट्रैटेजिक बॉम्बर, और कैलिबर क्रूज मिसाइलों से लैस पनडुब्बी अपग्रेड का प्रस्ताव दिया है। विशेषज्ञ मानते हैं कि इन हथियारों के आने से भारत की वायु, थल और नौसेना—तीनों अंगों को रणनीतिक बढ़त मिलेगी।
1 .Su-57E: भारत को मिलेगा पांचवीं पीढ़ी का स्टील्थ फाइटर
रूस ने अपने पांचवीं पीढ़ी के स्टील्थ लड़ाकू विमान Su-57E के संयुक्त उत्पादन की पेशकश की है। इस प्रस्ताव में तकनीक और सॉफ्टवेयर कोड ट्रांसफर भी शामिल है, जिससे भारत अपने सिस्टम और हथियार इसमें एकीकृत कर सकेगा।
2 .S-500 एयर डिफेंस सिस्टम: हवाई सुरक्षा में दमदार
भारत पहले ही S-400 वायु रक्षा प्रणाली का सफलतापूर्वक उपयोग कर रहा है। अब रूस ने S-500 "प्रोमेथियस" सिस्टम की पेशकश की है, जो अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइलों, हाइपरसोनिक हथियारों और निचली कक्षा में मौजूद सैटेलाइट को भी निशाना बना सकता है।
3 .Tu-160 बॉम्बर: लंबी दूरी तक मार करने की क्षमता
रूस ने भारत को अपने सुपरसोनिक Tu-160 ‘ब्लैकजैक’ स्ट्रैटेजिक बॉम्बर की पेशकश की है। यह बॉम्बर दुनिया के सबसे तेज और शक्तिशाली विमानों में गिना जाता है। इसकी रेंज 12,000 किमी से भी अधिक है और यह परमाणु तथा पारंपरिक दोनों प्रकार के हथियारों को ले जाने में सक्षम है।
4 .पनडुब्बियों में कैलिबर मिसाइल: समुद्र से घातक वार
रूस ने भारत की छह किलो-क्लास डीजल-इलेक्ट्रिक पनडुब्बियों को अपग्रेड कर उनमें 2,000 किमी रेंज वाली कैलिबर क्रूज मिसाइलें लगाने का भी प्रस्ताव दिया है। इसके साथ ही एक नई अकुला-क्लास परमाणु पनडुब्बी को किराए पर देने की पेशकश भी की गई है।
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