1. अमेरिका:
संयुक्त राज्य अमेरिका बैलिस्टिक मिसाइल रक्षा के क्षेत्र में सबसे आगे है। इसके पास मिसाइल डिफेंस एजेन्सी (MDA) है, जो TAAD (Terminal High Altitude Area Defense), एजीएम-88, पैट्रियट मिसाइल सिस्टम, और Aegis Ballistic Missile Defense जैसी तकनीकों को संचालित करती है। अमेरिका ने अपने BMD सिस्टम को स्थलीय, समुद्री और वायुमंडलीय स्तर पर मजबूत किया है।
2. रूस:
रूस भी अपनी रक्षा में बैलिस्टिक मिसाइलों को रोकने के लिए कई अत्याधुनिक प्रणालियां विकसित कर चुका है। S-400 और S-500 जैसे मिसाइल सिस्टम रूस की मिसाइल रक्षा क्षमताओं का मुख्य हिस्सा हैं। ये सिस्टम न केवल बैलिस्टिक मिसाइलों को ट्रैक करते हैं, बल्कि उन्हें उच्च सटीकता से नष्ट भी कर सकते हैं।
3. चीन:
चीन ने भी हाल के वर्षों में बैलिस्टिक मिसाइल रक्षा में भारी निवेश किया है। HQ-9 और DF-21D जैसे मिसाइल सिस्टम चीन की सुरक्षा ढांचे को मजबूत करते हैं। इसके अलावा, चीन के पास भी Aegis-शैली के सिस्टम हैं जो संभावित मिसाइल हमलों का मुकाबला करने के लिए तत्पर हैं।
4. भारत:
भारत भी बैलिस्टिक मिसाइल रक्षा प्रणाली विकसित करने में तेजी से आगे बढ़ रहा है। इसके प्रमुख सिस्टम में Prithvi Air Defence (PAD) और Advanced Air Defence (AAD) मिसाइलें शामिल हैं। भारत की BMD प्रणाली विशेष रूप से पड़ोसी देशों से मिसाइल हमलों की आशंका को ध्यान में रखते हुए विकसित की गई है।
5. इजरायल:
इजरायल की मिसाइल रक्षा प्रणाली दुनिया में सबसे उन्नत मानी जाती है। इसके पास 'आयरन डोम' (Iron Dome), 'डेविड्स स्लिंग' (David’s Sling), और 'Arrow' मिसाइल रक्षा प्रणाली हैं, जो शॉर्ट से लेकर इंटरकांटिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइलों को रोकने में सक्षम हैं। इजरायल की ये प्रणाली क्षेत्रीय सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
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