भारत ने 5वीं पीढ़ी के फाइटर जेट पर काम शुरू किया

नई दिल्ली। भारत ने अपनी सैन्य ताकत को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए 5वीं पीढ़ी के स्वदेशी स्टील्थ फाइटर जेट AMCA (Advanced Medium Combat Aircraft) पर काम शुरू कर दिया है। यह परियोजना रक्षा क्षेत्र में भारत की तकनीकी आत्मनिर्भरता की दिशा में एक ऐतिहासिक और निर्णायक पहल है।

क्या है AMCA परियोजना?

AMCA एक दो इंजन वाला स्टील्थ फाइटर जेट है, जिसे हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) और एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी (ADA) मिलकर विकसित कर रहे हैं। यह विमान भारतीय वायुसेना की भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया जा रहा है, जो न केवल आधुनिक वायु युद्ध में सक्षम होगा, बल्कि दुश्मन की नजरों से भी बचकर मार करने की क्षमता रखेगा। इस विमान को स्टील्थ टेक्नोलॉजी, सुपीरियर एवियोनिक्स, एडवांस्ड सेंसर्स और नेटवर्क-सेंट्रिक वॉरफेयर क्षमताओं से लैस किया जाएगा। इसे भारत का पहला "फिफ्थ जनरेशन फाइटर जेट" माना जा रहा है।

इंजन: सबसे बड़ी चुनौती और समाधान की दिशा

तेजस फाइटर जेट परियोजना की सबसे बड़ी देरी इंजन की आपूर्ति को लेकर रही थी। यही कारण है कि AMCA के विकास में सरकार इस पहलू को प्राथमिकता दे रही है। GE Aerospace, अमेरिका की प्रमुख इंजन निर्माता कंपनी, AMCA के लिए इंजन सप्लाई को लेकर भारत के साथ एक अहम समझौते की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रही है। GE का F414 इंजन, जो लगभग 98 kN थ्रस्ट प्रदान करता है, AMCA के प्रारंभिक प्रोटोटाइप के लिए सबसे उपयुक्त माना जा रहा है।

भविष्य की योजना: 120 kN थ्रस्ट इंजन की तलाश

हालांकि, AMCA के फाइनल ऑपरेशनल वर्जन के लिए भारत 120 kN थ्रस्ट वाले और भी अधिक शक्तिशाली इंजन की तलाश कर रहा है। इस दिशा में GE के अलावा फ्रांस की सैफरान और ब्रिटेन की रोल्स-रॉयस जैसी विश्वस्तरीय कंपनियां भी भारत के साथ साझेदारी के लिए प्रतिस्पर्धा कर रही हैं। इन कंपनियों के साथ तकनीकी साझेदारी, ट्रांसफर ऑफ टेक्नोलॉजी (ToT) और संयुक्त निर्माण जैसे विकल्पों पर बातचीत चल रही है, जिससे भारत में इंजन निर्माण की क्षमता को और अधिक मजबूत किया जा सके।

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