अमेरिकी GE इंजन से बढ़ेगी तेजस Mk-2 की ताकत

नई दिल्ली: भारत के स्वदेशी फाइटर जेट प्रोजेक्ट तेजस मार्क-2 (Tejas Mk-2) को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) ने पुष्टि की है कि अमेरिकी कंपनी जनरल इलेक्ट्रिक (GE) के साथ इंजन सप्लाई को लेकर बातचीत निर्णायक मोड़ पर पहुंच चुकी है। 

HAL के मुताबिक, GE के अलावा किसी अन्य कंपनी से इस संबंध में कोई बातचीत नहीं चल रही है। HAL ने उन मीडिया रिपोर्ट्स को खारिज कर दिया है जिनमें दावा किया गया था कि किसी अन्य विदेशी कंपनी के साथ भी इंजन को लेकर चर्चा चल रही है।

GE इंजन से बढ़ेगी तेजस Mk-2 की ताकत

HAL और GE के बीच यह बातचीत GE-414 इंजन को लेकर चल रही है, जो तेजस मार्क-2 को पावर देगा। यह इंजन करीब 98 किलो न्यूटन का थ्रस्ट देने में सक्षम है, जो इसे तेजस मार्क-1 से काफी ज्यादा ताकतवर बनाता है। तेजस मार्क-1 में इस्तेमाल हो रहे GE-404 इंजन का थ्रस्ट 84 किलो न्यूटन है।

तेजस मार्क-2: पूरी तरह नया डिजाइन, ज्यादा क्षमता

तेजस मार्क-2, तेजस मार्क-1 का अगला वर्जन है और इसे मध्यम वजन वर्ग (Medium Weight Category) में डिजाइन किया गया है। जहां तेजस मार्क-1 हल्का लड़ाकू विमान (Light Combat Aircraft - LCA) है, वहीं मार्क-2 एक मल्टी-रोल, अत्याधुनिक एवियोनिक्स और हथियार प्रणालियों से लैस मिड-वेट फाइटर जेट होगा।

तेजस मार्क-2 की पहली उड़ान और डिलीवरी टाइमलाइन

रक्षा सूत्रों के अनुसार, तेजस मार्क-2 की पहली उड़ान 2025 के अंत तक होने की उम्मीद है। इसके बाद परीक्षण और उत्पादन चरण के बाद भारतीय वायुसेना को इसकी डिलीवरी 2028 से पहले शुरू की जा सकती है। इससे वायुसेना की मारक क्षमता और आत्मनिर्भर भारत मिशन को नई मजबूती मिलेगी।

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