यूपी में आज से खसरा-रुबेला का विशेष टीकाकरण अभियान

लखनऊ। प्रदेश में आज से एक महत्वपूर्ण और जीवन रक्षक अभियान शुरू हो गया है। खसरा-रुबेला यानी MR टीका लगाने का खास अभियान 1 जून से पूरे जून माह तक चलेगा। इस अभियान का मकसद उन बच्चों को बचाना है जिन्हें अभी तक यह जरूरी टीका नहीं लग पाया है। क्योंकि बिना टीके के ये बच्चे खसरा और रुबेला जैसी खतरनाक बीमारियों के शिकार हो सकते हैं।

सरकार ने तय किया है कि दिसंबर 2026 तक पूरे देश से खसरा-रुबेला को खत्म किया जाएगा। लेकिन अभी प्रदेश के कई इलाकों में टीकाकरण की दर कम है। इसलिए 12 जिलों के 205 ब्लॉकों में खास ध्यान देकर उन बच्चों का टीकाकरण किया जाएगा जो छूट गए हैं। ये बच्चे खासतौर पर पांच साल तक के हैं, जिन्हें दो टीकाकरण की खुराक भी लगनी जरूरी है।

पहले भी नवंबर-दिसंबर 2024 में प्रदेश के कई इलाकों में 2.36 लाख बच्चों का टीकाकरण किया गया था। वहीं अप्रैल-मई के बीच 1.36 लाख बच्चों को टीका लगा। अब नए आंकड़ों के मुताबिक फिर से पूरे जोर-शोर से इस अभियान को दोबारा शुरू किया गया है।

12 जिलों में फोकस: ललितपुर, कानपुर, मथुरा से लेकर सोनभद्र तक

कई जिलों में टीकाकरण अभी भी 95% से कम है। खासतौर पर ललितपुर, जालौन, कानपुर देहात, कानपुर नगर, हमीरपुर, शामली, मथुरा, आजमगढ़, मेरठ, अलीगढ़, बांदा और सोनभद्र जैसे जिलों के 205 ब्लॉक में विशेष निगरानी रखी जाएगी। साथ ही एमआर की दूसरी खुराक के लिए भी 25 जिलों के 321 ब्लॉक पर ध्यान दिया जाएगा।

खसरा-रुबेला: सिर्फ एक टीका नहीं, जीवन बचाने का माध्यम

केजीएमयू के बाल रोग विशेषज्ञ प्रोफेसर संजीव कुमार वर्मा के अनुसार, यह टीका बच्चों को गंभीर बीमारियों से बचाता है। बिना टीका लगे बच्चे बार-बार बीमार रहते हैं और उनमें निमोनिया, वायरल और बैक्टीरियल संक्रमण जैसी समस्याएं होती हैं। कभी-कभी यह दिमागी संक्रमण तक का कारण बन सकता है, जिससे बच्चे की जान भी जा सकती है। रुबेला संक्रमण से शारीरिक विकास में बाधा आती है।

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